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शाकाहारी आहार: स्वास्थ्य के लिए बेहतर विकल्प

शाकाहारी आहार को अक्सर कमतर आंका जाता है, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करता है। इसमें प्रोटीन, विटामिन, और खनिजों की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर के लिए आवश्यक हैं। इस लेख में जानें कि कैसे शाकाहारी आहार न केवल स्वास्थ्य को बनाए रखता है, बल्कि वजन घटाने और पाचन में भी मदद करता है। इसके अलावा, यह जानें कि किस प्रकार के खाद्य पदार्थ इस आहार का हिस्सा हो सकते हैं और कैसे ये आपके जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
 

शाकाहारी आहार की विशेषताएँ

स्वास्थ्य समाचार: आमतौर पर यह धारणा है कि मांसाहारी आहार की तुलना में शाकाहारी आहार कम प्रभावी होता है। हालांकि, यह सच नहीं है। शाकाहारी आहार, भले ही साधारण लगे, लेकिन यह स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है।



प्रोटीन
प्रोटीन मांसपेशियों के विकास में सहायक होता है और वजन घटाने में भी मदद करता है। एक सामान्य व्यक्ति को प्रतिदिन लगभग 60 से 80 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है। जबकि मांसाहारी आहार में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है, कई शाकाहारी विकल्प भी हैं जो इससे अधिक प्रोटीन प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, 100 ग्राम साल्मन मछली में लगभग 26 ग्राम प्रोटीन होता है, जबकि 100 ग्राम पनीर में 32 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। इसी तरह, 100 ग्राम चिकन ब्रेस्ट में 30 ग्राम प्रोटीन होता है, जबकि नट्स और बीजों में 33 ग्राम प्रोटीन होता है। टोफू, सोयाबीन, दही, दूध, राजमा, बादाम और एवोकाडो भी प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं।


खनिज
शरीर को सोडियम, जिंक, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस की आवश्यकता होती है। पौधों पर आधारित आहार में खनिज और विटामिन की भरपूर मात्रा होती है, जबकि मांसाहारी आहार में इनकी कमी होती है। सब्जियों के बीज, जैसे कद्दू और तिल के बीज, जिंक का अच्छा स्रोत हैं। 30 ग्राम सेवन से पुरुषों की दैनिक आवश्यकता का 31 प्रतिशत और महिलाओं की 43 प्रतिशत आवश्यकता पूरी होती है। नट्स, पनीर, दूध और अनाज जैसे गेहूं, क्विनोआ और चावल भी जिंक प्रदान करते हैं। इसके अलावा, शाकाहारी आहार में विटामिन बी12 की कमी नहीं होती, क्योंकि सोया दूध और फोर्टिफाइड अनाज में इसकी अच्छी मात्रा होती है।



वसा
स्वस्थ रहने के लिए शरीर को वसा की आवश्यकता होती है। यह न केवल शरीर को फैटी एसिड प्रदान करता है, बल्कि विटामिन के अवशोषण में भी मदद करता है। नट्स, तेल और एवोकाडो में अच्छे वसा होते हैं।


ओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा-3 फैटी एसिड मस्तिष्क और हृदय के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। चूंकि हमारा शरीर इसे स्वयं नहीं बना सकता, इसलिए इसे आहार में शामिल करना जरूरी है। जबकि मांसाहारी आहार में ओमेगा-3 की भरपूर मात्रा होती है, शाकाहारी लोग चिया बीज, टोफू, फ्लैक्स सीड्स और अखरोट का सेवन करके इसकी कमी को पूरा कर सकते हैं। रोजाना 30 ग्राम अखरोट का सेवन करने से ओमेगा-3 की जरूरत पूरी होती है।



अधिक जानकारी
शाकाहारी आहार कई दृष्टिकोण से मांसाहारी आहार से बेहतर है। इसमें फाइबर, विटामिन और खनिज होते हैं, जबकि संतृप्त वसा की मात्रा कम होती है। इससे रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा कम होता है। शाकाहारी आहार में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन के लिए लाभकारी है।


हरी पत्तेदार सब्जियां, फल, नट्स और जड़ी-बूटियाँ एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती हैं, जो कई बीमारियों से बचाने में मदद करती हैं। दूसरी ओर, रेड मीट और चिकन शरीर में विषाक्त पदार्थों को बढ़ाते हैं। मांसाहारी आहार का एक बड़ा नुकसान यह है कि यह कार्सिनोजेनिक होता है, जिससे कैंसर और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।