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शाकाहारी स्रोतों से ओमेगा-3 की भरपूर मात्रा कैसे प्राप्त करें

ओमेगा-3 को आमतौर पर मछली से जोड़ा जाता है, लेकिन कई शाकाहारी विकल्प भी हैं जो इसे प्रदान करते हैं। इस लेख में, हम ओमेगा-3 के महत्व, इसके स्वास्थ्य लाभ और इसे अपने आहार में शामिल करने के आसान तरीकों पर चर्चा करेंगे। जानें कैसे अलसी, चिया बीज, अखरोट और अन्य स्रोत आपके स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
 

ओमेगा-3 के महत्व और स्रोत

ओमेगा-3 को आमतौर पर मछली से जोड़ा जाता है, लेकिन यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि हमारे आस-पास कई देसी, शुद्ध और पूरी तरह से शाकाहारी विकल्प उपलब्ध हैं, जो शरीर को ओमेगा-3 की पर्याप्त मात्रा प्रदान कर सकते हैं।


आजकल थकान, तनाव, बालों का झड़ना और भूलने की समस्याएं आम हो गई हैं। कई लोग इसे उम्र का प्रभाव मानते हैं, लेकिन असली कारण यह है कि हमारे आहार में पोषण की कमी होती जा रही है। चूंकि शरीर खुद ओमेगा-3 का निर्माण नहीं कर सकता, इसलिए इसे अपने दैनिक आहार में शामिल करना आवश्यक है।


ओमेगा-3 सूजन को कम करता है, हृदय की सुरक्षा करता है, याददाश्त और नींद को सुधारता है, मानसिक शांति प्रदान करता है और त्वचा तथा बालों की सेहत को भी बेहतर बनाता है। यह आंखों, हृदय और इम्यून सिस्टम के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।


ओमेगा-3 के बेहतरीन स्रोत

अलसी के बीज ओमेगा-3 का सबसे शक्तिशाली देसी स्रोत माने जाते हैं। रोजाना एक चम्मच पिसी हुई अलसी को दही, सलाद या दलिया में मिलाना फायदेमंद होता है।


चिया बीज भी एक उत्कृष्ट विकल्प हैं। इन्हें रात भर भिगोकर सुबह दूध या पानी के साथ लेना चाहिए, जिससे पेट साफ रहता है और त्वचा में निखार आता है। अखरोट को दिमाग के लिए फायदेमंद माना जाता है; भिगोकर रखे गए 2-3 अखरोट सुबह खाने से मानसिक क्षमता बढ़ती है और नींद में सुधार होता है।


भांग के बीज भी पौष्टिक होते हैं, जिनका स्वाद तिल जैसा होता है और इन्हें सलाद या दही में मिलाया जा सकता है।


सरसों का तेल, विशेषकर ठंडा पिसा हुआ, ओमेगा-3 का एक अच्छा स्रोत है। इसे रोजाना थोड़ी मात्रा में इस्तेमाल करना लाभकारी होता है। राजगीरा और मेथी के बीज भी अच्छे फैट और पोषक तत्व प्रदान करते हैं। इसके अलावा, शैवाल आधारित सप्लीमेंट्स भी लिए जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।


ओमेगा-3 को अपने आहार में शामिल करना

इन स्रोतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना आसान है। सुबह अखरोट, दोपहर के सलाद में अलसी पाउडर, कभी-कभी चिया वाला दूध और खाने में थोड़ा सरसों का तेल शामिल करें। हफ्ते में 2-3 बार भांग के बीज का सेवन भी करें।


इसके अलावा, पिसी हुई अलसी, अखरोट के टुकड़े, थोड़ा तिल और चुटकीभर हल्दी का मिश्रण दही या दूध के साथ लेना भी फायदेमंद होता है।