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श्रीगंगानगर-जयपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण: यात्रा में कमी और सुविधा

राजस्थान में श्रीगंगानगर और जयपुर के बीच एक नए सिक्स लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू हो गया है। इस परियोजना से यात्रा का समय तीन घंटे कम होगा और दूरी में 60 किलोमीटर की कमी आएगी। जानें इस एक्सप्रेसवे के महत्व और इसके निर्माण से होने वाले फायदों के बारे में।
 

श्रीगंगानगर-जयपुर एक्सप्रेसवे का महत्व


श्रीगंगानगर-जयपुर एक्सप्रेसवे: राजस्थान में श्रीगंगानगर और जयपुर के बीच की यात्रा को सुगम बनाने के लिए एक नया सिक्स लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बनाने की योजना पर काम शुरू हो गया है। इस परियोजना के तहत डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है, जिसमें 30 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से यात्रा का समय तीन घंटे कम हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे श्रीगंगानगर को कोटपूतली से जोड़ेगा।


इस एक्सप्रेसवे के बनने से जयपुर और श्रीगंगानगर के बीच की दूरी 60 किलोमीटर घट जाएगी। यह गंगानगर को अमृतसर-जामनगर इकोनॉमिक कॉरिडोर और दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे से भी जोड़ेगा। राज्य सरकार इस परियोजना पर केंद्र के सहयोग से 12,049 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना बना रही है। इसके लिए 2700 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।


एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद, जयपुर से गंगानगर की यात्रा का समय 8 घंटे से घटकर 5 घंटे रह जाएगा। कोटपूतली से श्रीगंगानगर तक की दूरी में 60 किलोमीटर की कमी आएगी, जिससे कुल यात्रा 407 किलोमीटर की दूरी को 5 घंटे में पूरा किया जा सकेगा। इसके अलावा, यह एक्सप्रेसवे श्रीगंगानगर से जिप्सम, खाद्य तेल और अन्य कृषि उत्पादों की ढुलाई को भी तेज करेगा।



  • श्रीगंगानगर में रीको इंडस्ट्रियल एरिया बायपास से शुरू होगा।

  • कोटपूतली के मंडलाना में, मंडलाना-नारनौल बायपास से समाप्त होगा।

  • यह रावतसर, नोहर, भादरा, सादुलपुर, पिलानी, सूरजगढ़, बुहाना, नारनौल और कोटपूतली से होकर गुजरेगा।

  • श्रीगंगानगर से जयपुर जाने में तीन घंटे का समय बचेगा।

  • श्रीगंगानगर से जयपुर के बीच की दूरी 60 किलोमीटर कम होगी।

  • एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 12,049 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

  • एक्सप्रेसवे के लिए 2700 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।