सर्दी-जुकाम से राहत के लिए आयुर्वेदिक उपाय
सर्दी-जुकाम और आयुर्वेदिक समाधान
आजकल इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण सर्दी-जुकाम, खांसी, गले में खराश और नाक बहने की समस्याएं आम हो गई हैं। आयुर्वेद के अनुसार, इन समस्याओं का मुख्य कारण पाचन तंत्र का सही न होना है। इससे बचने के लिए पाचन को ठीक रखना आवश्यक है। इसके लिए दूध में गुड़ मिलाकर पीना लाभकारी होता है। इसके अलावा, गर्म पानी में हरड़ का सेवन भी किया जा सकता है। आइए जानते हैं कुछ सरल उपाय।
1. दूध में इलायची डालकर उसे अच्छे से उबालें और गुनगुना होने पर पिएं। इससे कफ नहीं बनता, कोलेस्ट्रॉल कम होता है और हार्ट ब्लॉकेज खुलने में मदद मिलती है। इससे हार्ट अटैक का खतरा भी घटता है।
2. बाजरे में विटामिन बी3, आयरन और कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है, जो सर्दी-जुकाम से बचाने के साथ-साथ हड्डियों को मजबूत बनाता है। बाजरे की खिचड़ी या रोटी का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है।
3. तिल और सरसों के तेल से बनी चीजों का सेवन करने से इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण बुखार और सर्दी-जुकाम नहीं होता। तिल या तिल के लड्डू खाने से शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है, जिससे वायरस का हमला जल्दी नहीं होता।