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साबूदाना खिचड़ी: व्रत में ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत

साबूदाना खिचड़ी एक लोकप्रिय व्रत का भोजन है, जो ऊर्जा से भरपूर होता है। इसमें उच्च मात्रा में स्टार्च होता है, जो इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयुक्त नहीं बनाता। हालांकि, यह किडनी के मरीजों के लिए फायदेमंद है। इस लेख में, हम साबूदाना खिचड़ी बनाने की विधि और इसके पोषण संबंधी लाभों के बारे में जानेंगे। यह रेसिपी न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।
 

साबूदाना का महत्व

हेल्थ कार्नर :-   व्रत के दौरान साबूदाना का सेवन करने से तुरंत ऊर्जा मिलती है। इसमें उच्च मात्रा में स्टार्च होने के कारण डायबिटीज के मरीजों को इसे खाने से बचना चाहिए। हालांकि, अन्य लोग इसे व्रत में आसानी से खा सकते हैं। किडनी के मरीजों के लिए यह फायदेमंद होता है, क्योंकि यह ऊर्जा प्रदान करता है और भूख को कम करता है। साबूदाना कमजोरी को दूर रखता है। इसमें प्रोटीन, कैल्शियम और आयरन की अच्छी मात्रा होती है। यह कार्बोहाइड्रेट का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो दिनभर ऊर्जा प्रदान करता है। इसके सेवन से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है और गैस, अपच तथा कब्ज से राहत मिलती है। जो लोग वजन बढ़ाना चाहते हैं, वे इसे अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।


साबूदाना खिचड़ी बनाने की विधि

सामग्री


डेढ़ कप साबूदाना, आधा कप मूंगफली के दाने, 4-5 हरी मिर्च, एक मध्यम आकार का आलू, 3 टेबल स्पून देसी घी, कड़ी पत्ते, 1 टेबल स्पून जीरा, स्वादानुसार सेंधा नमक, ताजा घिसा हुआ नारियल, धनिया की पत्तियां।


विधि


साबूदाना को 3 से 4 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। बनाने से पहले इसे पानी से निकालकर रख दें। भूनी हुई मूंगफली को दरदरा पीस लें। आलू, हरी मिर्च और धनिया को बारीक काट लें। एक पैन में घी गर्म करें, फिर उसमें कड़ी पत्ते, जीरा और कटी हुई हरी मिर्च डालें। जब ये पक जाएं, तब कटा हुआ आलू डालें। आलू के फ्राई होने पर साबूदाना, घिसा हुआ नारियल और मूंगफली डालें। इसे 4 से 5 मिनट तक भूनें और लगातार हिलाते रहें। अब इसमें थोड़ा सा पानी छिड़कें, सेंधा नमक डालें और अच्छे से मिलाएं। इसे बाउल में निकालें और धनिये की पत्तियां डालकर परोसें।


100 ग्राम साबूदाना में 355 कैलोरी, 94 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 0.2 ग्राम प्रोटीन होता है।


न्यूट्रिशनल वैल्यू


कैलोरी: 964


कार्बोहाइड्रेट: 158 ग्राम


प्रोटीन: 16-4 ग्राम


फैट: 29-5 ग्राम