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सेक्शुअल इंटरकोर्स के दौरान दर्द: कारण और समाधान

सेक्शुअल रिलेशन का अनुभव सुखद होना चाहिए, लेकिन कई महिलाओं के लिए यह दर्द का कारण बन सकता है। इस लेख में, हम सेक्शुअल इंटरकोर्स के दौरान दर्द के सामान्य कारणों जैसे वेजाइनल ड्राईनेस, हार्मोनल असंतुलन, और वैजिनीस्मस के बारे में चर्चा करेंगे। साथ ही, हम दो विशेष योगासन 'हैप्पी बेबी पोज' और 'लेग्स अप द वॉल' के माध्यम से दर्द को कम करने के उपाय भी बताएंगे। जानें कैसे आप अपने अनुभव को बेहतर बना सकती हैं।
 

सेक्शुअल रिलेशन का अनुभव

सेक्शुअल रिलेशन का अनुभव हमेशा सुखद होना चाहिए, लेकिन कई महिलाओं के लिए यह दर्द का कारण बन सकता है। इंटरकोर्स के दौरान दर्द एक सामान्य समस्या है, जिसे अक्सर महिलाएं नजरअंदाज कर देती हैं या इसके बारे में खुलकर बात करने में संकोच करती हैं। यह दर्द आपके शरीर का एक संकेत हो सकता है, जो बताता है कि आपको कुछ ध्यान देने की आवश्यकता है। चिंता करने की कोई बात नहीं है, क्योंकि इस समस्या का समाधान भी संभव है।


सेक्शुअल इंटरकोर्स के समय दर्द की 5 वजह

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दर्द दूर करने के 2 उपाय

हर समस्या का समाधान होता है, और सबसे महत्वपूर्ण है कि आप इसके प्रति जागरूक रहें और सहायता लें। इस दर्द को कम करने और सेक्शुअल रिलेशन को बेहतर बनाने के लिए आप दो विशेष योगासन कर सकती हैं। ये आसन मांसपेशियों को आराम देने और तनाव को कम करने में मदद करेंगे।


हैप्पी बेबी पोज

यह योगासन बेहद सरल है और आप इसे घर पर आसानी से कर सकती हैं। इसे 'हैप्पी बेबी पोज' इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसे करते समय आपके शरीर की आकृति एक खुश बच्चे की तरह होती है। यह आसन पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को ढीला करने और हिप्स को खोलने में मदद करता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेटें, घुटनों को चेस्ट की ओर मोड़ें, और हाथों से पैरों के बाहरी हिस्से को पकड़ें। फिर पैरों को धीरे-धीरे फैलाएं और हाथों से नीचे की ओर स्ट्रेच करें। इस मुद्रा में 30-60 सेकंड तक रहें।


लेग्स अप द वॉल

यह आसन भी आसानी से किया जा सकता है और यह पेल्विक क्षेत्र में रक्त संचार को सुधारता है। यदि आपको वैजिनीस्मस, एंडोमेट्रियोसिस या फाइब्रॉएड के कारण दर्द होता है, तो इसे रोजाना करें। इसे करने के लिए पीठ के बल लेटें, हिप्स को दीवार से सटाकर पैरों को सीधा ऊपर उठाएं। इस मुद्रा में 3 से 5 मिनट तक रहें और गहरी सांस लें।