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स्टमक फ्लू: कारण, लक्षण और उपचार के उपाय

स्टमक फ्लू, जिसे गैस्ट्रोएन्टेराइटिस भी कहा जाता है, एक आम पेट की समस्या है जो पाचन तंत्र में गड़बड़ी के कारण होती है। इसके लक्षणों में पेट दर्द, ऐंठन, दस्त और उल्टी शामिल हैं। यह बीमारी आमतौर पर जल्दी ठीक हो जाती है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। इस लेख में, हम स्टमक फ्लू के लक्षण, कारण और इससे बचने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
 

स्टमक फ्लू क्या है?

स्टमक फ्लू या गैस्ट्रोएन्टेराइटिस एक ऐसी स्थिति है जो पेट में सूजन, पाचन तंत्र में गड़बड़ी या संक्रमण के कारण होती है। यह समस्या आमतौर पर खाने-पीने में लापरवाही के कारण उत्पन्न होती है। हालांकि, यह बीमारी आमतौर पर जल्दी ठीक हो जाती है, लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया जाए तो यह स्वास्थ्य के लिए गंभीर हो सकती है।


स्टमक फ्लू के लक्षण

स्टमक फ्लू के दौरान व्यक्ति को पेट में दर्द, ऐंठन, दस्त और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस स्थिति में डायरिया भी हो सकता है। रोटावायरस, नोरोवायरस और एस्ट्रोवायरस जैसे वायरस अक्सर दूषित भोजन या पानी के माध्यम से फैलते हैं, जिससे पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। यह समस्या बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों में भी देखी जा सकती है।


स्टमक फ्लू से बचने के उपाय

1. प्रतिदिन सुबह खाली पेट आंवला और एलोवेरा का जूस पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और पेट की समस्याएं कम होती हैं।


2. साफ पानी का सेवन करें और संतुलित आहार लें।


3. संक्रमित खाद्य पदार्थों से दूर रहें।


4. दिन में एक बार गुनगुने पानी में शहद मिलाकर पीना फायदेमंद होता है।


5. फलों और सब्जियों को अच्छे से धोकर ही खाएं।


स्टमक फ्लू की तस्वीर