×

स्मार्टवॉच से गर्भावस्था की देखभाल: हार्मोनल परिवर्तनों पर नज़र रखें

स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर अब गर्भावस्था की देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, ये उपकरण हार्मोनल परिवर्तनों की निगरानी कर मां और बच्चे के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। एक हालिया अध्ययन में 108 गर्भवती महिलाओं पर किए गए शोध से पता चला है कि स्मार्टवॉच हृदय गति और नींद के पैटर्न को ट्रैक कर गर्भावस्था में समस्याओं का जल्दी पता लगाने में सहायक हो सकती हैं। जानें कैसे ये तकनीकें गर्भावस्था की देखभाल को और बेहतर बना सकती हैं।
 

स्मार्टवॉच गर्भावस्था की देखभाल में सहायक

नई दिल्ली: स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर अब केवल कदम गिनने या नींद की निगरानी करने तक सीमित नहीं रह गए हैं। ये छोटे उपकरण गर्भावस्था की देखभाल में एक नई क्रांति ला सकते हैं।


स्क्रिप्स रिसर्च के वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐप्पल वॉच, गार्मिन और फिटबिट जैसे वियरेबल डिवाइस हृदय गति जैसे शारीरिक परिवर्तनों को ट्रैक करके गर्भावस्था से संबंधित पैटर्न का पता लगाने में सक्षम हैं। ये उपकरण हार्मोनल उतार-चढ़ाव की निगरानी कर मां और बच्चे के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।


एआई और डिजिटल चिकित्सा का योगदान

एआई और डिजिटल मेडिसिन का जादू


स्क्रिप्स रिसर्च में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के निदेशक जियोर्जियो क्वेर ने बताया कि वियरेबल डिवाइस गर्भावस्था में समस्याओं का जल्दी पता लगाने में सहायक होते हैं।


उनके अनुसार, ये उपकरण हार्मोनल परिवर्तनों की निगरानी कर मातृ स्वास्थ्य को गर्भावस्था और प्रसवोत्तर अवधि में ट्रैक कर सकते हैं।


108 गर्भवती महिलाओं पर अध्ययन

108 गर्भवती महिलाओं पर शोध


इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने 108 गर्भवती महिलाओं को शामिल किया, जिन्होंने गर्भावस्था से तीन महीने पहले से लेकर प्रसव के छह महीने बाद तक डेटा प्रदान करने के लिए सहमति दी।


विशिष्ट सांख्यिकीय तकनीकों का उपयोग करते हुए, वैज्ञानिकों ने व्यक्तिगत भिन्नताओं और उपकरणों की विविधताओं को ध्यान में रखते हुए पैटर्न की पहचान की। इस डेटा से यह स्पष्ट हुआ कि स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और एचसीजी जैसे हार्मोन्स के उतार-चढ़ाव को ट्रैक कर सकते हैं, जो गर्भावस्था में समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं।


हृदय गति और नींद के पैटर्न का अध्ययन

हृदय गति और नींद के पैटर्न


शोध में हृदय गति के परिवर्तनों पर विशेष ध्यान दिया गया। गर्भावस्था के प्रारंभिक चरण में महिलाओं की हृदय गति 5 से 9 हफ्तों में कम हुई, फिर प्रसव से 8-9 हफ्ते पहले तक बढ़ गई और गर्भावस्था से पहले के स्तर से 9.4 धड़कन प्रति मिनट अधिक हो गई।


जन्म के बाद यह स्तर नीचे चला गया और 6 महीने बाद स्थिर हो गया। शोधकर्ताओं ने नींद और सक्रियता के पैटर्न का भी अध्ययन किया। इन पैटर्न की तुलना पिछले हार्मोनल डेटा से की गई, जिससे गर्भावस्था में हृदय गति के परिवर्तनों की भविष्यवाणी करने वाले मॉडल विकसित किए गए। ये प्रारंभिक परिणाम दर्शाते हैं कि स्मार्टवॉच गर्भावस्था की देखभाल को और अधिक प्रभावी बना सकती हैं।