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स्वस्थ जीवनशैली: डायबिटीज, हाई बीपी और हार्ट डिजीज के लिए सही डाइट

आजकल जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है। सही खान-पान और संतुलित आहार से डायबिटीज, उच्च रक्तचाप और हृदय रोगों के जोखिम को कम किया जा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, आहार में साबुत अनाज, हरी सब्जियां और स्वस्थ वसा का समावेश आवश्यक है। जानें कैसे एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
 

स्वास्थ्य समाचार:

हाल के समय में जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का खतरा काफी बढ़ गया है। इसका मुख्य कारण प्रारंभ में खान-पान पर ध्यान न देना और बाद में दवाओं का सहारा लेना है। चिकित्सकों का मानना है कि हमारी समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जीवनशैली में सुधार आवश्यक है, जिसमें आहार का महत्वपूर्ण योगदान होता है। यदि हमारा आहार संतुलित नहीं है, तो शुगर, मोटापा, उच्च रक्तचाप और हृदय रोगों का जोखिम बढ़ जाता है।


बीमारियों में संतुलित आहार का महत्व

विशेषज्ञों का कहना है कि इन बीमारियों के उपचार में दवाओं के साथ-साथ संतुलित आहार भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। सही खान-पान न केवल बीमारियों को नियंत्रित करने में मदद करता है, बल्कि उनकी गंभीरता को भी कम कर सकता है।


डायबिटीज और आहार का संबंध

डायबिटीज के रोगियों के लिए अपने शुगर स्तर को नियंत्रित रखना आवश्यक है। खान-पान में थोड़ी सी लापरवाही भी उनकी सेहत को प्रभावित कर सकती है। एशियन अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. सुनील राणा के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों को अधिक चीनी और मैदा से बनी चीजों से बचना चाहिए।


इन रोगियों को अपनी डाइट में साबुत अनाज, हरी सब्जियां और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। सही आहार इंसुलिन के स्तर को स्थिर रखता है और रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि को रोकता है।


उच्च रक्तचाप में नमक का सेवन सीमित करें

उच्च रक्तचाप का मुख्य कारण अधिक नमक और प्रोसेस्ड फूड का सेवन है, जो धीरे-धीरे हृदय रोग का कारण बन सकता है। चिकित्सकों का सुझाव है कि रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए नमक की मात्रा को सीमित करना चाहिए। इसके साथ ही, ताजे फल, कम वसा वाला दूध और मेवों को आहार में शामिल करना आवश्यक है।


हृदय रोग और स्वस्थ वसा

हृदय रोग से ग्रसित मरीजों के लिए स्वस्थ वसा का सेवन अत्यंत आवश्यक है। चिकित्सकों का कहना है कि हृदय रोगियों को तले हुए और जंक फूड से पूरी तरह बचना चाहिए। इसके बजाय, मछली, अखरोट और अलसी जैसे प्राकृतिक स्रोतों से ओमेगा-3 प्राप्त करना चाहिए। साथ ही, प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट की सैर और संतुलित आहार हृदय रोग के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकता है।