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स्वस्थ रहने के लिए 10 आयुर्वेदिक उपाय

आजकल की जीवनशैली के कारण कई लोग विभिन्न बीमारियों का सामना कर रहे हैं। लेकिन आयुर्वेद में कुछ सरल उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करके आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं। इस लेख में हम 10 ऐसे उपायों के बारे में जानेंगे, जो आपकी सेहत को बेहतर बनाने में मदद करेंगे। इन उपायों में आंवला, एलोवेरा, नीम, त्रिफला और अन्य प्राकृतिक तत्व शामिल हैं।
 

स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेदिक उपाय

आजकल, कई लोग विभिन्न बीमारियों से ग्रस्त हैं, जिसका मुख्य कारण अस्वस्थ खानपान, अनियमित दिनचर्या और व्यायाम की कमी है। गंभीर बीमारियों जैसे टीबी, कैंसर, हृदय रोग, मोटापा, जोड़ों और घुटनों का दर्द, सिरदर्द, माइग्रेन, आंखों और कानों के रोग, डायबिटीज, और उच्च रक्तचाप आम हो गए हैं। लेकिन आयुर्वेद में कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिनका पालन करके व्यक्ति लंबे समय तक स्वस्थ रह सकता है। आइए, जानते हैं इन उपायों के बारे में।



1. रोजाना आंवला जूस, आंवला मुरब्बा या आंवला चूर्ण का सेवन करने से शरीर के सभी दोष दूर होते हैं। आंवला में विटामिन सी की प्रचुरता होती है, जो आंखों और बालों के लिए लाभकारी है।


2. एलोवेरा जूस या ताजा एलोवेरा का सेवन करने से वात, पित्त और कफ रोगों का नाश होता है। यह त्वचा के लिए भी फायदेमंद है, जिससे झुर्रियां नहीं पड़तीं और त्वचा के रोग दूर होते हैं।


3. नीम के पत्ते अनेक गुणों से भरपूर होते हैं। इनके सेवन से त्वचा और दांतों के रोग दूर होते हैं, साथ ही आंखों की रोशनी बढ़ती है और हृदय रोगों से भी बचाव होता है।


4. त्रिफला चूर्ण का नियमित सेवन 100 से अधिक रोगों से मुक्ति दिला सकता है। यह सभी प्रकार के वात, पित्त और कफ रोगों का नाश करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।


5. अनारदाना या अनार जूस का सेवन हृदय को मजबूत बनाता है और इसकी धड़कनों को नियंत्रित रखता है।


6. प्रतिदिन शहद का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है। शहद में एंटीबैक्टीरियल तत्व होते हैं, जो बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करते हैं।


7. नींबू में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है। रोजाना गुनगुने पानी में नींबू और शहद मिलाकर पीने से वजन कम होता है और पेट की चर्बी घटती है।


8. डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों से बचने के लिए लौकी और करेले की सब्जी या जूस का सेवन करें। इससे रक्त में शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।


9. मेथीदाना चूर्ण का एक चम्मच गुनगुने पानी के साथ लेने से जोड़ों और घुटनों के दर्द में राहत मिलती है। यह घुटनों के लिए एक रामबाण औषधि है।


10. शरीरिक थकान और कमजोरी को दूर करने के लिए प्रतिदिन अश्वगंधा और शतावर चूर्ण को दूध के साथ मिलाकर पिएं। इससे थकान और कमजोरी दूर होती है और नींद भी अच्छी आती है।