स्वीडन में लिस्टेरिया संक्रमण का प्रकोप, 20 लोग बीमार
स्वीडन में लिस्टेरिया संक्रमण का मामला
हेलसिंकी (स्वीडिश समाचार) : स्टॉकहोम के एक रेस्टोरेंट में भोजन करने के बाद कई लोग अचानक बीमार पड़ गए। जांच में लिस्टेरिया संक्रमण का पता चला है, जो खाद्य पदार्थों के माध्यम से फैलता है। अब तक इस संक्रमण से लगभग 20 लोग प्रभावित हो चुके हैं, जिनमें से चार को सेप्सिस (खून का गंभीर संक्रमण) हो गया है। इस घटना के बाद स्वीडन की स्वास्थ्य एजेंसियों ने सतर्कता बरतते हुए एक व्यापक संपर्क ट्रेसिंग अभियान शुरू किया है। बीमार व्यक्तियों में आमतौर पर तेज बुखार, उल्टी और दस्त जैसे लक्षण देखे गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि इस रेस्टोरेंट में 23 से 27 सितंबर के बीच भोजन करने वाले लगभग 400 लोगों से संपर्क किया गया है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि और कितने लोग इस संक्रमण का शिकार हुए हैं। अब तक 80 से अधिक लोगों ने शिकायत की है कि भोजन के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ डॉ. विक्टर डाहल ने कहा कि यह संख्या सामान्य मामलों की तुलना में काफी अधिक है। इतनी बड़ी संख्या में मरीजों का एक साथ लक्षण दिखना असामान्य है, क्योंकि आमतौर पर लिस्टेरिया के लक्षण प्रकट होने में समय लगता है।
स्वीडन के सामाजिक मामलों और जनस्वास्थ्य मंत्री याकूब फॉर्स्मेड ने कहा कि सरकार को पूरे मामले की जानकारी दे दी गई है और देशभर में स्वास्थ्य विभाग संक्रमण को रोकने के लिए तेजी से काम कर रहा है। जो लोग बीमार हुए हैं, उन्हें निगरानी में रखा जा रहा है और अन्य लोगों से संपर्क जारी है। संक्रमण फैलने के बाद रेस्टोरेंट को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। समाचार रिपोर्ट के अनुसार, यदि सब कुछ ठीक रहा तो यह 7 अक्टूबर से फिर से खोला जा सकता है। हालांकि, इस दौरान रेस्टोरेंट की सफाई और जांच की जा रही है ताकि भविष्य में कोई खतरा न रहे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, लिस्टेरिया एक गंभीर बीमारी है जो मोनोसाइटोजेन्स नामक बैक्टीरिया के कारण होती है। यह एक दुर्लभ बीमारी है, जिसमें विभिन्न देशों में प्रति वर्ष प्रति 10 लाख लोगों पर 0.1 से 10 मामले सामने आते हैं। यह बीमारी भले ही आम नहीं है, लेकिन यह जानलेवा हो सकती है, विशेषकर बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले व्यक्तियों के लिए।
लिस्टेरिया की सबसे खतरनाक विशेषता यह है कि इसका मोनोसाइटोजेन्स बैक्टीरिया फ्रिज में भी जीवित रह सकता है और बढ़ सकता है, जबकि अधिकांश बैक्टीरिया ठंड में मर जाते हैं। यही कारण है कि कई बार ठंडा भोजन भी संक्रमित हो सकता है। संक्रमित भोजन के सेवन से यह बीमारी शरीर में प्रवेश कर जाती है और गर्भवती महिलाओं में यह बच्चे तक भी फैल सकती है। इस बीमारी की जांच आमतौर पर खून, उल्टी, दस्त या खाद्य सैंपल से की जाती है। गर्भवती महिलाओं में खून और प्लेसेंटा की जांच सबसे विश्वसनीय मानी जाती है।