हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर में भगदड़: 6 की मौत, 15 घायल
मनसा देवी मंदिर में भगदड़ की घटना
मनसा देवी मंदिर में भगदड़: हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में अचानक भगदड़ के कारण 6 लोगों की जान चली गई है, जबकि 15 अन्य घायल हुए हैं। चश्मदीदों के अनुसार, भगदड़ का कारण बिजली के तार में करंट का होना बताया गया है। प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने पुष्टि की कि इस हादसे में 6 लोगों की मृत्यु हो गई है और 15 लोग घायल हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना के समय की स्थिति का वर्णन किया।
भगदड़ कैसे हुई?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविवार को मंदिर में सामान्य से अधिक भीड़ थी। सीढ़ियों का रास्ता संकरा और चढ़ाई खड़ी थी। कुछ श्रद्धालुओं ने शॉर्टकट अपनाने की कोशिश में बिजली के तार के सहारे चढ़ने का प्रयास किया। तभी एक व्यक्ति ने चेतावनी दी कि तार में करंट है, जिससे भगदड़ शुरू हो गई। लोग डर के मारे भागने लगे, जिससे कई लोग गिर गए और कुचल गए।
अफरा-तफरी का माहौल
घटना के बाद, पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचे और सभी घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया। मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई, लेकिन अब स्थिति सामान्य हो गई है। एक घायल ने बताया कि अचानक भीड़ बढ़ गई और भगदड़ मच गई। उनका पैर फिसल गया, जिससे उनका हाथ टूट गया, लेकिन वे गिरने से बच गए।
सुबह 9 बजे मिली सूचना
उत्तराखंड पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी एसएसपी प्रमोद सिंह डोभाल ने बताया कि सुबह 9 बजे कंट्रोल रूम में भगदड़ की सूचना मिली। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मंदिर के पास करंट लगने की अफवाह फैलने से भगदड़ हुई।
मुख्यमंत्री का बयान
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, "हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर मार्ग पर मची भगदड़ की अत्यंत दुखद सूचना मिली है। स्थानीय पुलिस और अन्य बचाव दल मौके पर पहुँचकर राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। मैं इस संबंध में स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में हूँ और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।"