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हांसी में नकली घी फैक्ट्री का भंडाफोड़: 21 ब्रांडों के नाम पर बेचा जा रहा था मिलावटी घी

हांसी में एक अवैध घी फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है, जहां 21 ब्रांडों के नाम पर मिलावटी घी बेचा जा रहा था। छापेमारी में बड़ी मात्रा में मिलावटी घी और रसायन बरामद किए गए हैं। जांच में पता चला है कि यह घी स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक था। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि उनकी ब्रांडिंग का गलत इस्तेमाल किया गया है। इस मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और इसके पीछे की सच्चाई।
 

हांसी में नकली घी फैक्ट्री का खुलासा

हांसी में नकली घी फैक्ट्री: 21 ब्रांडों के नाम पर मिलावटी घी बेचा जा रहा था, हांसी में नकली घी फैक्ट्री का भंडाफोड़: यह मामला अब गंभीर मोड़ पर पहुंच चुका है। 18 जून को (सीएम फ्लाइंग टीम) ने (हिसार) रेंज की इंचार्ज सुनैना के नेतृत्व में नगर परिषद कार्यालय के पीछे चल रही एक अवैध फैक्ट्री पर छापा मारा। इस छापेमारी में (खाद्य सुरक्षा अधिकारी) डॉ. पवन चहल और पुलिस टीम भी शामिल थी।


छापेमारी के दौरान फैक्ट्री से बड़ी मात्रा में (मिलावटी घी), (नकली रैपर), रसायन और खाली डिब्बे बरामद किए गए। मौके से लिए गए 15 सैंपल अब (लैब रिपोर्ट फेल) हो चुके हैं, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि फैक्ट्री में तैयार किया जा रहा घी स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक था।


21 ब्रांडों के नाम पर बेचा जा रहा था मिलावटी घी


जांच में पता चला कि फैक्ट्री में चार प्रकार की सामग्री और रसायनों को मिलाकर घी तैयार किया जा रहा था। यह घी (वीटा नकली घी), (लक्ष्य ब्रांड घी) समेत 21 (ब्रांडेड घी नकली) नामों से पैक होकर बाजार में बेचा जा रहा था।


रेड के दौरान दोनों ब्रांड कंपनियों के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पुष्टि की कि पकड़ा गया माल नकली है। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी ब्रांडिंग का गलत इस्तेमाल किया गया है। यह मामला (ब्रांड का गलत इस्तेमाल) और (नकली खाद्य सामग्री) बेचने का है, जो आम जनता के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।


दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई


(सीएम फ्लाइंग टीम) की इंचार्ज सुनैना ने स्पष्ट किया कि सरकार के निर्देशानुसार इस तरह की मिलावट को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पहले ही (हांसी पुलिस केस) दर्ज किया जा चुका है और अब (खाद्य सुरक्षा अधिनियम) के तहत कानूनी कार्रवाई की तैयारी है।


(लैब रिपोर्ट फेल) होने के बाद अब दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। रिपोर्ट जल्द ही पुलिस को सौंप दी जाएगी ताकि अदालत में मजबूत केस पेश किया जा सके। यह कार्रवाई (हरियाणा घी मिलावट) के खिलाफ एक बड़ा कदम माना जा रहा है।