हाई कॉलेस्ट्रोल के लिए हानिकारक 10 खाद्य पदार्थ
हाई कॉलेस्ट्रोल डाइट: जानें क्या न खाएं
हाई कॉलेस्ट्रोल डाइट: शरीर के सही कार्य के लिए कॉलेस्ट्रोल आवश्यक है, लेकिन जब यह अत्यधिक बढ़ जाता है, तो यह रक्त धमनियों में जमा होने लगता है। इससे रक्त प्रवाह में रुकावट आती है, जिससे शरीर के विभिन्न अंगों तक रक्त नहीं पहुंच पाता। इसके परिणामस्वरूप दर्द और हार्ट अटैक या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, कॉलेस्ट्रोल को समय पर नियंत्रित करना आवश्यक है। खानपान इस प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आइए जानते हैं उन खाद्य पदार्थों के बारे में जिन्हें हाई कॉलेस्ट्रोल से पीड़ित लोगों को नहीं खाना चाहिए। ये खाद्य पदार्थ बैड कॉलेस्ट्रोल को बढ़ाते हैं।
हाई कॉलेस्ट्रोल में नहीं खानी चाहिए ये 10 चीजें
- अगर आपको हाई कॉलेस्ट्रोल की समस्या है, तो तली हुई चीजों से बचें। ये दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाती हैं।
- बेक्ड उत्पाद जैसे पेस्ट्री, केक और डोनट्स को सीमित मात्रा में ही खाएं। अधिक सेवन से कॉलेस्ट्रोल तेजी से बढ़ सकता है।
- प्रोसेस्ड मीट में unhealthy fats होते हैं, जो शरीर में खराब कॉलेस्ट्रोल को बढ़ाते हैं।
- घी और मक्खन का सेवन कम करें। जबकि देसी घी फायदेमंद होता है, लेकिन अधिक मात्रा में इसका सेवन कॉलेस्ट्रोल स्तर को बढ़ा सकता है।
- हालांकि नारियल का तेल स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, लेकिन इसमें मौजूद सैचुरेटेड फैट्स कॉलेस्ट्रोल को बढ़ा सकते हैं।
- हाई कॉलेस्ट्रोल से पीड़ित लोगों को आइसक्रीम से दूर रहना चाहिए। यह वजन बढ़ाने के साथ-साथ कॉलेस्ट्रोल को भी प्रभावित करती है।
- शुगरी सीरियल्स पर 'हेल्दी' लिखा होना यह नहीं दर्शाता कि वे वास्तव में स्वस्थ हैं। इनका सेवन ट्राइग्लिसराइड्स को बढ़ा सकता है।
- लाल मीट का सेवन भी कॉलेस्ट्रोल को बढ़ा सकता है।
- अगर आप शुगरी ड्रिंक्स का अधिक सेवन करते हैं, तो यह भी खराब कॉलेस्ट्रोल को बढ़ा सकता है।
- पिज्जा और बर्गर जैसे फास्ट फूड भी कॉलेस्ट्रोल के स्तर को बढ़ाने में सहायक होते हैं।
हाई कॉलेस्ट्रोल के लक्षण कैसे पहचानें
कई लोग यह नहीं समझ पाते कि उनका कॉलेस्ट्रोल स्तर बढ़ गया है और उन्हें अपने खानपान पर ध्यान देने की आवश्यकता है। यहां कुछ लक्षण दिए गए हैं जो कॉलेस्ट्रोल बढ़ने पर दिखाई देते हैं:
- कॉलेस्ट्रोल बढ़ने से रक्त प्रवाह प्रभावित होता है, जिससे हाथ-पैरों में दर्द हो सकता है।
- सीने में दर्द महसूस हो सकता है।
- हल्का काम करने पर थकान और सांस फूलने की समस्या हो सकती है।
- कमजोरी का अनुभव हो सकता है।
- ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
- त्वचा का रंग बदल सकता है और पैर के नाखूनों का रंग भी बदल सकता है।
- पैरों में रक्त संचार ठीक से न होने पर छाले पड़ सकते हैं।
- पैर ठंडे पड़ने लगते हैं।
- त्वचा पर गांठें बन सकती हैं, खासकर आंखों के आस-पास।