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हार्ट अटैक और एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों में अंतर कैसे पहचानें

सीने में दर्द होना कई बार हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है, लेकिन यह एसिड रिफ्लक्स का भी लक्षण हो सकता है। डॉ. कुनाल सूद ने बताया है कि कैसे इन दोनों स्थितियों के लक्षणों में अंतर किया जा सकता है। जानें हार्ट अटैक और एसिड रिफ्लक्स के लक्षण, पहचानने के तरीके और स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण सुझाव।
 

हार्ट अटैक के लक्षण और एसिड रिफ्लक्स

हार्ट अटैक के लक्षण: अचानक सीने में दर्द महसूस होना अक्सर हार्ट अटैक का संकेत समझा जाता है, लेकिन यह एसिडिटी का भी लक्षण हो सकता है। हार्ट अटैक और एसिड रिफ्लक्स दोनों में सीने में दर्द एक सामान्य लक्षण है। इसलिए, इन दोनों के बीच अंतर करना आवश्यक है। एनेस्थिसियोलॉजी और इंटरवेंशनल पेन मेडिसिन के विशेषज्ञ डॉ. कुनाल सूद ने अपने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वे इन दोनों स्थितियों के लक्षणों के बीच अंतर स्पष्ट करते हैं।


हार्ट अटैक बनाम एसिड रिफ्लक्स


डॉ. सूद ने बताया कि सीने में दर्द का मतलब हमेशा हार्ट अटैक नहीं होता। कभी-कभी यह एसिड रिफ्लक्स के कारण भी हो सकता है।


हार्ट अटैक के लक्षण



  • डॉक्टर के अनुसार, हार्ट अटैक के दौरान दर्द को प्रेशर जैसा महसूस किया जा सकता है।

  • सीने में जकड़न महसूस होती है, जैसे कि सीना सिकुड़ रहा हो।

  • यह दर्द छाती से कंधों, गर्दन, जबड़े और बाहों तक फैल सकता है।

  • इस दर्द के साथ चक्कर आना, सांस फूलना, जी मितलाना और ठंडे पसीने आना भी शामिल हो सकता है।

  • यदि ऐसे गंभीर लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है।


एसिड रिफ्लक्स के लक्षण



  • एसिड रिफ्लक्स के दौरान सीने में जलन होती है, जो आमतौर पर खाने के बाद लेटने पर होती है।

  • इसमें मुंह में खट्टा स्वाद, निगलने में कठिनाई और खांसी भी हो सकती है।

  • इससे बचने के लिए कम मात्रा में खाना और देर रात स्नैक्स से परहेज करना चाहिए।


डॉक्टर ने यह भी बताया कि हार्ट अटैक के लक्षण हर व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं। महिलाओं में अक्सर पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द, थकान और पेट में परेशानी होती है, जबकि सीने में दर्द कम होता है। इसलिए, हार्ट अटैक और एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को सही तरीके से पहचानना महत्वपूर्ण है।


ध्यान रखने योग्य बातें


हार्ट अटैक से बचने के लिए संपूर्ण स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक है। यदि अचानक सीने में दर्द या अजीब सा अनुभव हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और आवश्यक परीक्षण करवाएं। ECG और ब्लड टेस्ट से दर्द के कारण का पता लगाया जा सकता है। वहीं, एसिडिटी से बचने के लिए खानपान और डाइटरी आदतों का ध्यान रखना जरूरी है, खासकर खाने के तुरंत बाद लेटने से बचें।