अपराजिता पौधे को खिलाने के लिए फ्री उपाय
अपराजिता पौधे की विशेषताएँ
अपराजिता का पौधा अपने आकर्षक नीले फूलों के लिए प्रसिद्ध है। इसके गहरे नीले और सफेद फूल किसी नीलमणि की तरह दिखते हैं। इस पौधे को घर में लगाना शुभ माना जाता है। इसके फूल शंख के आकार के होते हैं, इसलिए इसे शंखपुष्पी भी कहा जाता है। कभी-कभी, यह पौधा हरा-भरा होता है लेकिन फूल नहीं देता। एक यूट्यूब वीडियो से, आप जान सकते हैं कि कैसे अपने अपराजिता पौधे पर फूल लाए जाएं।
अपराजिता पौधे की देखभाल
- अपराजिता के फूलों के लिए कम से कम 6 घंटे की सीधी धूप आवश्यक है। इसे छाया में रखने से पत्तियाँ तो बढ़ेंगी, लेकिन फूल कम आएंगे।
- इस पौधे को एसिडिक मिट्टी पसंद है। गमले की मिट्टी को हल्का अम्लीय बनाए रखना जरूरी है, जिससे फूल आने की संभावना बढ़ती है।
- गमले में पानी रुकना नहीं चाहिए। पानी तभी दें जब ऊपरी मिट्टी सूख जाए, क्योंकि सड़न से फूल नहीं आते।
पहला फ्री उपाय
हमारे घरों में चाय बनती है, और इस्तेमाल की गई चाय पत्तियों को धोकर धूप में सुखा लें। हर 15 से 20 दिन में, गमले की मिट्टी में 1 से 2 चम्मच सूखी चाय पत्ती मिलाएं। चाय पत्तियों में नाइट्रोजन होती है, जो पौधे को हरा-भरा रखती है।
दूसरा फ्री उपाय
मानसून में पौधों को अधिक नमी मिलती है, जिससे जड़ें सड़ सकती हैं। हल्दी एक प्राकृतिक एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल एजेंट है। महीने में एक बार आधा चम्मच हल्दी पाउडर गमले की मिट्टी में मिलाएं। यह मिट्टी को स्वस्थ रखेगा और फूल आने में मदद करेगा।
दोनों उपायों का संयोजन
आप दोनों उपायों को खाद के रूप में एक साथ उपयोग कर सकते हैं। खाद डालने से पहले सुनिश्चित करें कि गमले की मिट्टी पूरी तरह सूखी हो। फिर, 1 से 2 चम्मच सूखी चाय पत्ती और आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाकर मिट्टी में डालें।
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