आवर्ती जमा योजनाओं पर ब्याज दरों में वृद्धि: जानें क्या है नया
ब्याज दरों में बदलाव
पांच साल की आवर्ती जमा (आरडी) योजना में अब ब्याज दर में वृद्धि की गई है। यह फिक्स्ड डिपॉजिट की तरह एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, जो नौकरीपेशा लोगों के लिए बचत करने का एक अच्छा तरीका है।
सरकार ने दिसंबर तिमाही के लिए पोस्ट ऑफिस की पांच साल की आवर्ती जमा पर ब्याज दर को 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया है। वहीं, भारतीय स्टेट बैंक एक से दस साल तक की आवर्ती सावधि जमा पर 5.75 प्रतिशत से 7 प्रतिशत तक ब्याज दे रहा है। ये नई दरें 15 फरवरी 2023 से लागू होंगी। एचडीएफसी बैंक भी छह महीने से लेकर 10 साल में मैच्योर होने वाली आरडी पर 4.50 प्रतिशत से 7 प्रतिशत तक ब्याज दरें प्रदान करता है।
एसबीआई और एचडीएफसी की आरडी योजनाएं
एसबीआई की आरडी एक से दस साल के बीच परिपक्व होती है, जबकि एचडीएफसी बैंक आरडी पर छह महीने से लेकर 120 महीने (10 साल) तक का ब्याज देता है। डाकघर केवल पांच साल की अवधि के लिए आरडी योजना उपलब्ध कराता है। एसबीआई या एचडीएफसी बैंक में आरडी खाता चेक या नकद के माध्यम से खोला जा सकता है, जबकि डाकघर में आरडी खाता केवल नकद से खोला जा सकता है।
यह ध्यान देने योग्य है कि बैंक आरडी में निवेश आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 सी के तहत कर से मुक्त नहीं है। हालांकि, आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत पांच साल की डाकघर सावधि जमा पर कटौती का लाभ उठाया जा सकता है।