ऑफिस रोमांस: भारत में बढ़ती प्रवृत्ति और इसके पीछे के कारण
ऑफिस में रोमांस का बढ़ता चलन
आजकल, हमारा अधिकांश समय ऑफिस में बीतता है। लंबे कार्य घंटे, टीम के साथ काम करना और लगातार संवाद करना अक्सर सहकर्मियों के बीच की दूरी को कम करता है। यह माहौल लोगों को एक-दूसरे के करीब लाता है, जिससे ऑफिस रोमांस अब एक सामान्य घटना बन गई है। इस विषय पर एक नए अंतरराष्ट्रीय सर्वेक्षण ने यह दर्शाया है कि भारत इस मामले में शीर्ष देशों में से एक है। हाल ही में, एक प्रसिद्ध प्लेटफॉर्म, एशले मैडिसन ने YouGov के सहयोग से 11 देशों में एक विस्तृत अध्ययन किया। इस सर्वेक्षण के परिणाम भारतीयों के ऑफिस रोमांस के प्रति दृष्टिकोण और प्रवृत्तियों की एक दिलचस्प झलक प्रस्तुत करते हैं.
भारत का दूसरा स्थान
सर्वेक्षण के अनुसार, ऑफिस में रोमांटिक रिश्तों के मामले में भारत का स्थान दुनिया में दूसरा है। मेक्सिको पहले स्थान पर है, जबकि भारत उसके बाद आता है। इस अध्ययन में ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, जर्मनी, भारत, इटली, मेक्सिको, स्पेन, स्विट्ज़रलैंड, यूके और अमेरिका के 13,581 वयस्कों का साक्षात्कार लिया गया।
चार में से एक भारतीय का ऑफिस में रिश्ता
यह प्रवृत्ति भारत में काफी सामान्य मानी जा रही है। सर्वेक्षण से पता चलता है कि हर 10 में से चार भारतीय या तो पहले किसी सहकर्मी के साथ डेटिंग कर चुके हैं या वर्तमान में ऐसे रिश्ते में हैं। मेक्सिको में, 43 प्रतिशत लोगों ने कहा कि उन्होंने कभी न कभी किसी सहकर्मी के साथ डेटिंग की है, जबकि भारत में यह आंकड़ा 40 प्रतिशत है। अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा जैसे विकसित देशों में यह दर केवल 30 प्रतिशत है, जो यह दर्शाता है कि भारत में ऑफिस रोमांस अधिक प्रचलित हो रहा है।
पुरुष या महिला: कौन अधिक जोखिम उठाता है?
अध्ययन के अनुसार, 51 प्रतिशत पुरुष किसी सहकर्मी के साथ रोमांटिक रिश्ते में होने की बात स्वीकार करते हैं, जबकि 36 प्रतिशत महिलाएं ऐसा कहती हैं। इसका मतलब है कि पुरुष ऐसे रिश्ते शुरू करने की अधिक संभावना रखते हैं। महिलाओं की चिंताएँ रिश्तों और करियर के बीच संतुलन बनाने को लेकर अधिक स्पष्ट हैं। इस अध्ययन में, 29 प्रतिशत महिलाओं ने कहा कि वे ऑफिस के रिश्तों से इसलिए बचती हैं क्योंकि इससे उनके करियर पर असर पड़ सकता है। 27 प्रतिशत पुरुष भी इसी तरह की सोच रखते हैं। इसके अलावा, 18 से 24 वर्ष के युवा कर्मचारी सबसे अधिक सतर्क हैं। इस आयु वर्ग के 34 प्रतिशत युवाओं ने कहा कि वे अपने करियर पर पड़ने वाले संभावित प्रभाव के कारण ऑफिस में रिश्तों से बचते हैं।
भारत में खुले रिश्तों की बढ़ती रुचि
भारत में ऑफिस रोमांस का बढ़ता चलन रिश्तों के प्रति बदलते दृष्टिकोण से भी जुड़ा है। गैर-पारंपरिक रिश्ते, जैसे कि खुले रिश्ते और खुली शादियाँ, अब अधिक प्रचलित हो रहे हैं। डेटिंग ऐप ग्लीडेन के एक सर्वेक्षण के अनुसार, वर्तमान में 35 प्रतिशत भारतीय खुले रिश्तों में हैं। 41 प्रतिशत का कहना है कि यदि उनका साथी उन्हें ऐसा करने के लिए कहेगा, तो वे इस पर विचार करेंगे। यह प्रवृत्ति केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है; छोटे शहर भी इसमें शामिल हो रहे हैं। इन गैर-पारंपरिक रिश्तों में रुचि रखने वाले शहरों की सूची में कांचीपुरम सबसे ऊपर है।