करवा चौथ पर इन 8 गलतियों से बचें, वरना व्रत हो सकता है टूट
करवा चौथ का महत्व और पूजा विधि
हर वर्ष कार्तिक मास में करवा चौथ का व्रत मनाया जाता है। इस साल यह व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को होगा। करवा चौथ का उद्देश्य पति की लंबी उम्र और स्वास्थ्य की कामना करना है। इस दिन भगवान शिव, चंद्र देव, देवी पार्वती, भगवान कार्तिकेय और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। कुछ चीजें इस दिन अशुभ मानी जाती हैं। आइए जानते हैं कि करवा चौथ पर किन चीजों से बचना चाहिए:
करवा चौथ पूजा के दौरान इन 8 गलतियों से बचें
1. जल और फल ग्रहण करना: करवा चौथ का व्रत निर्जल होता है। सूर्योदय से लेकर चंद्रमा को अर्घ्य देने तक जल या फल का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से व्रत टूट सकता है।
2. झगड़ा: यह व्रत प्रेम और वैवाहिक सुख का प्रतीक है। इस दिन पति का सम्मान करना आवश्यक है। पति-पत्नी को एक-दूसरे से झगड़ा नहीं करना चाहिए।
3. दान से बचें: इस दिन सफेद वस्तुओं का दान अशुभ माना जाता है। इसलिए सफेद वस्त्र, दूध, दही, चीनी, चावल और मिठाई का दान न करें।
4. चंद्रोदय से पहले व्रत तोड़ना: चंद्रमा को जल अर्पित करने के बाद ही व्रत तोड़ना चाहिए। इससे पहले व्रत तोड़ने से शुभ फल नहीं मिलते।
5. वस्त्रों का रंग: इस दिन काले वस्त्र पहनना अशुभ माना जाता है। लाल, गुलाबी और पीले रंग के वस्त्र पहनना शुभ होता है।
6. दिन में सोना: व्रत के दौरान दिन में सोना अशुभ माना जाता है। इसलिए दिन में सोने से बचें।
7. श्रृंगार का सामान: विवाहित महिलाओं को अपने श्रृंगार से जुड़ी वस्तुएं किसी के साथ साझा नहीं करनी चाहिए।
8. नुकीली वस्तुओं का प्रयोग: करवा चौथ के दिन सुई, कैंची, चाकू या किसी नुकीली वस्तु का उपयोग करना अशुभ माना जाता है।