×

किसान सम्मान निधि योजना: ई-केवाईसी की अनिवार्यता और लाभ

प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों को 6,000 रुपये का वार्षिक अनुदान मिलता है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य है। यदि किसान ई-केवाईसी नहीं कराते हैं, तो वे अगली किश्त के लाभ से वंचित हो सकते हैं। जानें कैसे और कहाँ ई-केवाईसी कराना है ताकि आप इस योजना का लाभ उठा सकें।
 

सरकारी योजनाओं का लाभ


विभिन्न लाभकारी और कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से सरकार जरूरतमंदों और गरीबों को सहायता प्रदान कर रही है। इन योजनाओं पर हर साल सरकार काफी धनराशि खर्च करती है। कुछ योजनाएं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करती हैं, जबकि अन्य वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं।


प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना

उदाहरण के तौर पर, प्रधान मंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत योग्य किसानों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये का अनुदान दिया जाता है। यह राशि साल में तीन बार, 2,000 रुपये की किश्तों में वितरित की जाती है। हालांकि, इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को कुछ प्रक्रियाओं का पालन करना आवश्यक है। इस संदर्भ में, यह जानना महत्वपूर्ण है कि क्या ई-केवाईसी अनिवार्य है और यदि कोई किसान इसे नहीं कराता है तो क्या वह लाभ से वंचित रहेगा?


ई-केवाईसी की आवश्यकता

सरकार ने स्पष्ट किया है कि योजना में शामिल सभी किसानों के लिए ई-केवाईसी करना अनिवार्य है। चाहे आप इस योजना में नए हों या पहले से लाभ उठा रहे हों, ई-केवाईसी कराना आवश्यक है। यदि कोई किसान ई-केवाईसी नहीं कराता है, तो वह अगली किश्त के लाभ से वंचित हो जाएगा। इसलिए, यदि आपने अभी तक ई-केवाईसी नहीं कराई है, तो इसे तुरंत करवा लें।


आप अपने नजदीकी CSC सेंटर पर जाकर ई-केवाईसी करा सकते हैं। इसके लिए आपको अपना आधार कार्ड ले जाना होगा। इसके अलावा, आप आधिकारिक पीएम किसान पोर्टल pmkisan.gov.in पर जाकर भी ई-केवाईसी कर सकते हैं। वहां आपको ई-केवाईसी के विकल्प मिलेंगे और अगली प्रक्रिया का पालन करने के लिए निर्देश दिए जाएंगे।