गरुड़ पुराण में बताए गए पांच प्रकार के लोग जिनसे दूरी बनाना है जरूरी
गरुड़ पुराण का महत्व
गरुड़ पुराण, जो कि सनातन धर्म के 18 प्रमुख पुराणों में से एक है, में कई महत्वपूर्ण नीतियों का उल्लेख किया गया है। इसमें जीवन, मृत्यु और उसके बाद की घटनाओं का विस्तृत वर्णन किया गया है। इस लेख में हम उन पांच प्रकार के व्यक्तियों के बारे में चर्चा करेंगे, जिनसे दूरी बनाना समझदारी है।
भाग्य पर निर्भर रहने वाले लोग
भाग्य के भरोसे जीने वाले लोग
कुछ लोग केवल भाग्य पर निर्भर रहते हैं और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करते हैं। लेकिन, यह समझना जरूरी है कि बिना मेहनत के भाग्य का साथ नहीं मिलता। मेहनत से भाग्य को बदला जा सकता है, इसलिए ऐसे लोगों से दूरी बनाना बेहतर है।
नकारात्मकता फैलाने वाले लोग
नकारात्मक सोच वाले लोग
कुछ लोग इतने नकारात्मक होते हैं कि हर चीज में केवल नकारात्मकता ही देखते हैं। ऐसे लोग हमारी सफलता में रुकावट डालते हैं। इसलिए, ऐसे व्यक्तियों से दूरी बनाना ही समझदारी है।
दिखावे के लिए जीने वाले लोग
दिखावा करने वाले लोग
कुछ लोग केवल दिखावे के लिए जीते हैं और अपने अहंकार को संतुष्ट करने के लिए दूसरों को दुख पहुंचाने से भी नहीं चूकते। ऐसे लोगों से हमेशा दूर रहना चाहिए।
समय बर्बाद करने वाले लोग
बेकार की चीजों पर समय बर्बाद करना
हमेशा ऐसे लोगों के साथ रहना चाहिए जो आपको कुछ सिखा सकें। कुछ लोग केवल बातें करके समय बर्बाद करते हैं और कोई भी काम ठीक से नहीं करते। ऐसे लोग आपके कीमती समय को बर्बाद करते हैं।
आलसी लोग
आलसी लोग
आलसी व्यक्ति अपनी असफलताओं के लिए दूसरों को दोष देते हैं और अपनी कमियों को नहीं देखते। ऐसे लोगों से दूरी बनाना ही बेहतर है। गरुड़ पुराण के अनुसार, इन पांच प्रकार के लोगों की संगति विनाश की ओर ले जाती है।