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जुलाना की अनाज मंडी में अधूरे निर्माण से किसानों की समस्याएं बढ़ी

जुलाना की नई अनाज मंडी में धान की आवक शुरू हो गई है, लेकिन थर्ड फेस का अधूरा निर्माण किसानों और आढ़तियों के लिए समस्याएं पैदा कर रहा है। मंडी में खारे पानी की सप्लाई से स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन से उचित जलापूर्ति और निर्माण कार्य पूरा करने की मांग की जा रही है। जानें इस स्थिति के बारे में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
 

किसानों और आढ़तियों की परेशानियाँ


जुलाना की नई अनाज मंडी में धान की आवक शुरू हो गई है, लेकिन थर्ड फेस का निर्माण कार्य अधूरा होने के कारण किसान और आढ़ती परेशान हैं। मंडी में ट्यूबवेल का खारा पानी सप्लाई किया जा रहा है, जो पीने के लिए अनुपयुक्त है। इससे किसान और मजदूर बीमार पड़ सकते हैं। पानी की सप्लाई की कमी के कारण सभी को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मंडी एसोसिएशन ने प्रशासन से थर्ड फेस का काम पूरा करने और पानी की उचित सप्लाई की मांग की है।


धान की बड़ी आवक

जुलाना की अनाज मंडी में जुलाना क्षेत्र के अलावा रोहतक, भिवानी, झज्जर, गोहाना और हिसार के किसान भी धान लेकर आते हैं। यहां हर साल 50 लाख से ज्यादा धान की बोरियां आती हैं। जब सीजन अपने चरम पर होता है, तो धान की ढेरियां मंडी से बाहर तक फैल जाती हैं, जिससे जींद-रोहतक मार्ग पर जाम लग जाता है। मंडी एसोसिएशन को कभी-कभी एक सप्ताह में दो या तीन बार छुट्टी भी करनी पड़ती है।


पानी की कमी और आढ़तियों की समस्याएं

मंडी में पानी की सप्लाई का कोई उचित प्रबंध नहीं है, जिसके कारण आढ़तियों को पीने का पानी खरीदना पड़ रहा है। किसान और मजदूर पानी के लिए भटकते रहते हैं। आढ़ती एसोसिएशन ने प्रशासन से थर्ड फेस के निर्माण कार्य को पूरा करने और जलापूर्ति विभाग से पानी की सप्लाई को जोड़ने की मांग की है।


निर्माण कार्य की स्थिति

थर्ड फेस का मसौदा भेजा जा चुका है, लेकिन निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। यदि यह कार्य पूरा हो जाता है, तो मंडी में किसानों के लिए फसल डालने की जगह बन जाएगी और जाम की समस्या से राहत मिलेगी। मंडी एसोसिएशन के प्रधान पवन लाठर ने बताया कि आढ़ती पानी खरीदकर पी रहे हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।