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झारखंड में मानसून की वापसी: भारी बारिश और सतर्कता की आवश्यकता

झारखंड में मानसून ने एक बार फिर से जोरदार वापसी की है, जिससे राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और बारिश की चेतावनी दी है, खासकर पश्चिमी सिंहभूम और अन्य जिलों में। नए लो प्रेशर एरिया के प्रभाव से बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। इस दौरान, लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, विशेषकर निचले इलाकों में जलभराव की संभावना को देखते हुए। जानें इस मौसम के कारण और सावधानी बरतने के उपाय।
 

झारखंड में मानसून की सक्रियता

झारखंड मौसम: झारखंड में मानसून ने एक बार फिर जोरदार वापसी की है। पिछले 24 घंटों में राज्य के विभिन्न हिस्सों में अच्छी बारिश हुई है, जिसमें पश्चिमी सिंहभूम जिले में 85 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश का यह सिलसिला अभी जारी रहेगा।


आने वाले दिनों का मौसम

रांची मौसम केंद्र के अनुसार, सोमवार और मंगलवार को राज्य के कई क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। विशेष रूप से पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, सिमडेगा, गुमला और लोहरदगा जिलों में भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासकर निचले इलाकों में जलभराव और छोटे पुलों पर तेज बहाव की आशंका को देखते हुए।


बारिश का कारण

बारिश का कारण क्या है?

मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि झारखंड के ऊपर बना निम्न दबाव अब मध्य प्रदेश की ओर बढ़ रहा है और धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में एक नया लो प्रेशर एरिया बन गया है, जो पश्चिम बंगाल और ओड़िशा की ओर बढ़ रहा है। इसका प्रभाव अगले 48 घंटों तक झारखंड में देखने को मिलेगा।


मानसून ट्रफ का प्रभाव

मानसून ट्रफ का प्रभाव

देश के पश्चिम से पूर्व तक फैली मानसून ट्रफ लाइन बीकानेर, जयपुर, ग्वालियर, प्रयागराज, मध्य प्रदेश, पुरुलिया होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। इसका प्रभाव भी राज्य के मौसम पर बना रहेगा।


गर्मी में कमी

गर्मी से राहत

अगस्त महीने में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से लगभग दो डिग्री कम रहा है। इस कारण गर्मी का असर कम हुआ है और लोग राहत महसूस कर रहे हैं। रांची सहित अन्य क्षेत्रों में दिन का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना हुआ है।


सावधानी बरतें

सावधानी बरतें

मौसम विभाग ने विशेष रूप से किसानों, यात्रियों और ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों से अनुरोध किया है कि वे मौसम की जानकारी लेते रहें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।