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तांबा बनाम पीतल: कौन सा बर्तन है आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर?

क्या आप जानते हैं कि तांबा और पीतल के बर्तन खाना पकाने में किस तरह से स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं? इस लेख में, हम तांबे और पीतल के बर्तनों के फायदे, उपयोग की सावधानियां और उनके बीच के अंतर के बारे में चर्चा करेंगे। जानें कि कौन सा बर्तन आपके लिए बेहतर है और किस प्रकार से आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।
 

सर्वश्रेष्ठ खाना पकाने का धातु

सर्वश्रेष्ठ खाना पकाने का धातु: आजकल, रसोई में केवल स्वाद ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना आवश्यक हो गया है। इस संदर्भ में, यह जानना जरूरी है कि हम किस बर्तन में खाना बना रहे हैं। भारतीय घरों में पीढ़ियों से तांबा, पीतल, स्टील, लोहा और एल्युमिनियम के बर्तनों का उपयोग होता आया है। लेकिन समय के साथ बर्तनों के चयन में भी बदलाव आया है। तांबा और पीतल, ये दोनों पारंपरिक धातुएं हैं, जिन्हें आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ही कई स्वास्थ्य लाभों के लिए मान्यता देते हैं। हालांकि, यह जानना जरूरी है कि इनमें से कौन सा बर्तन अधिक लाभकारी है। आइए, जानते हैं इन दोनों बर्तनों के फायदे और उपयोग में सावधानियां।


तांबे के बर्तन में खाना पकाने के लाभ

तांबा एक शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल धातु है, जो पाचन में सुधार करने में मदद करती है। इसमें खाना पकाने से शरीर को आयरन और कॉपर की आवश्यक मात्रा मिलती है, जिससे हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है और लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन बेहतर होता है।


  • तांबे के बर्तन में खाना जल्दी पकता है।

  • विटामिन और मिनरल्स की मात्रा बनी रहती है।

  • यह शरीर को डिटॉक्स करता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है।

  • पेट की समस्याओं जैसे गैस और एसिडिटी में राहत मिलती है।

  • खाने का स्वाद बेहतर होता है।


पीतल के बर्तन में खाना पकाने के लाभ

पीतल मुख्य रूप से तांबा और जिंक से बना होता है। इसमें खाना लंबे समय तक गर्म रहता है और इसके पोषक तत्व भी सुरक्षित रहते हैं।


  • जिंक युक्त पीतल बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद है।

  • खाना लंबे समय तक गरम बना रहता है।

  • यह इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है।

  • खाने का न्यूट्रिशन नष्ट नहीं होता।

  • यह पाचन तंत्र को मजबूत करता है।


विशेषज्ञ की सलाह: कब और कैसे करें उपयोग?

आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, पीतल के बर्तन का उपयोग करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। उन्होंने बताया कि पीतल के बर्तन में खट्टी चीजें या ग्रेवी नहीं पकानी चाहिए। उपयोग से पहले यह सुनिश्चित करें कि बर्तन पर चांदी की हल्की परत हो, ताकि पोषण बना रहे और रिएक्शन न हो।


किसे चुनें: तांबा या पीतल?

  • दोनों बर्तनों की अपनी विशेषताएं हैं:

  • तांबे में खाना जल्दी पकता है और स्वादिष्ट बनता है।

  • पीतल टिकाऊ होता है और खाने को देर तक गर्म रखता है।

  • दोनों में खट्टी चीजें पकाने से बचना चाहिए।

  • कीमत की बात करें तो तांबा, पीतल से थोड़ा महंगा होता है।


यदि आपका उद्देश्य जल्दी खाना पकाना और पेट की समस्याओं से राहत पाना है, तो तांबा एक अच्छा विकल्प है। वहीं, अगर आप टिकाऊ बर्तन और बेहतर पोषण की तलाश में हैं, तो पीतल बेहतर रहेगा।