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तेलंगाना में इंदिरम्मा आवास योजना का शुभारंभ: बेघर परिवारों के लिए नई उम्मीद

तेलंगाना में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इंदिरम्मा आवास योजना का शुभारंभ किया है, जिसका उद्देश्य गरीब और भूमिहीन परिवारों को स्थायी आवास प्रदान करना है। हाल ही में चिलकूर गांव में इस योजना के तहत पहले घर का गृहप्रवेश हुआ, जिसमें विधायक मेघा रेड्डी ने भाग लिया। यह योजना न केवल बेघर परिवारों के लिए एक नई आशा है, बल्कि यह सामाजिक न्याय और महिला सशक्तिकरण का भी प्रतीक है। जानें इस योजना के लाभ और पात्रता के बारे में।
 

इंदिरम्मा आवास योजना का आगाज़

तेलंगाना में मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में नई सरकार ने इंदिरम्मा आवास योजना को लागू करना शुरू कर दिया है। हाल ही में, राजेंद्रनगर मंडल के चिलकूर गांव में इस योजना के तहत पहले घर का गृहप्रवेश हुआ, जिसमें स्थानीय विधायक मेघा रेड्डी ने भाग लिया। यह घटना न केवल योजना के सफल कार्यान्वयन की शुरुआत है, बल्कि यह लाखों बेघर और निम्न-आय वर्ग के परिवारों के लिए एक नई आशा भी है।


इंदिरम्मा आवास योजना का उद्देश्य उन गरीब और भूमिहीन परिवारों को स्थायी आवास प्रदान करना है, जिनके पास अभी तक पक्का मकान नहीं है। यह पहल सामाजिक न्याय और मानवीय गरिमा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने 'जन जात्रा' के दौरान जो वादे किए थे, यह योजना उन्हीं को पूरा करने की दिशा में एक ठोस प्रमाण है।


चिलकूर में पहला गृहप्रवेश: एक प्रेरणादायक कहानी

चिलकूर गांव में सिंगल मदर पुष्पाम्मा को इंदिरम्मा योजना के तहत अपना नया घर मिला। इस घर का गृहप्रवेश विधायक मेघा रेड्डी की उपस्थिति में हुआ, जिन्होंने पुष्पाम्मा और उनके परिवार को बधाई दी। यह घटना दर्शाती है कि कैसे सरकारी नीतियां वास्तविक जीवन में लोगों की जिंदगियों को बदल सकती हैं। एक बेघर माँ और उसके बच्चों के लिए अपना घर मिलना, सिर्फ एक छत नहीं, बल्कि सुरक्षा, स्थिरता और एक बेहतर भविष्य का आधार है। यह महिला सशक्तिकरण का भी एक बेहतरीन उदाहरण है।


विधायक मेघा रेड्डी ने इस अवसर पर कहा कि उनकी सरकार गरीब और ज़रूरतमंद लोगों को आवास उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि पिछली सरकारों ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए, जिसके कारण लाखों लोग आज भी आवासहीन हैं। वर्तमान सरकार की संवेदनशीलता और जन-केंद्रित नीतियों पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा कि राजेंद्रनगर निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुल 4,500 इंदिरम्मा घरों को मंज़ूरी दी गई है।


इंदिरम्मा योजना के लाभ और पात्रता

इस योजना के तहत, सरकार उन गरीब परिवारों को ₹5 लाख की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, जिनके पास अपनी ज़मीन है और वे उस पर घर बनाना चाहते हैं। यदि किसी बेघर परिवार के पास ज़मीन नहीं है, तो सरकार उन्हें आवास के निर्माण के लिए ज़मीन भी उपलब्ध कराएगी। यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी पात्र व्यक्ति आवास के अधिकार से वंचित न रहे।


तेलंगाना में आवास क्रांति से न केवल लोगों का जीवन स्तर सुधरेगा, बल्कि यह राज्य के समग्र आर्थिक विकास में भी सहायक होगा। निर्माण क्षेत्र में तेज़ी आने से रोज़गार के अवसर पैदा होंगे। यह योजना बेघर मुक्त तेलंगाना के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।