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दिल्ली में प्रदूषण से बचने के 10 सरल उपाय

दिल्ली में दिवाली के बाद वायु प्रदूषण ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है, जहां AQI 350 तक पहुँच गया है। इस लेख में, हम प्रदूषण के प्रभावों और उससे बचने के लिए 10 सरल उपायों पर चर्चा करेंगे। जानें कैसे N95 मास्क पहनना, एयर प्यूरीफायर का उपयोग करना और पौष्टिक आहार लेना आपकी सेहत को सुरक्षित रख सकता है। साथ ही, मानसिक स्वास्थ्य पर प्रदूषण के प्रभावों के बारे में भी जानकारी प्राप्त करें।
 

दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण


दिवाली के बाद दिल्ली की हवा और भी अधिक प्रदूषित हो गई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 350 तक पहुँच गया है, जो 'बेहद खराब' श्रेणी में आता है। इस स्थिति में सांस लेना कठिन हो रहा है, और अब केवल गले में खराश या खांसी ही नहीं, बल्कि लोग पैनिक अटैक का भी सामना कर रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि प्रदूषण अब फेफड़ों के साथ-साथ मस्तिष्क के लिए भी खतरा बन गया है। लोगों में सांस रुकने का डर बढ़ गया है। आइए जानते हैं 10 सरल उपायों के माध्यम से कैसे सुरक्षित रह सकते हैं।


प्रदूषण के खतरे को समझें

PM2.5 और NO2 जैसे जहरीले कण मस्तिष्क में पहुँचकर चिंता को बढ़ाते हैं। 2024 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, प्रदूषण के कारण घबराहट का खतरा तीन गुना बढ़ जाता है। विशेष रूप से बच्चे, बुजुर्ग और अस्थमा के मरीज सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।


10 सरल उपाय अपनाएं

1. AQI की नियमित जांच करें

सुबह उठते ही AirVisual या Sameer ऐप पर AQI चेक करें। यदि AQI 200 से ऊपर है, तो बाहर कम निकलें।


2. N95 मास्क का उपयोग करें

साधारण कपड़े के मास्क की जगह N95 या KN95 मास्क पहनें, जो PM2.5 कणों को 95% तक रोकते हैं।


3. घर के अंदर रहें

खिड़कियाँ बंद रखें। सुबह 6 से 10 और शाम 5 से 9 बजे के बीच हवा की गुणवत्ता सबसे खराब होती है। इस दौरान घर में रहें और पंखा या एसी का उपयोग करें।


4. एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें

HEPA फिल्टर वाला एयर प्यूरीफायर कमरे की हवा को साफ रखता है। यदि खरीदना संभव न हो, तो गीला पर्दा खिड़की पर लगाएं।


5. गहरी सांस लेने का अभ्यास करें

जब घबराहट महसूस हो, तो 4 सेकंड तक सांस लें, 4 सेकंड रोकें और 6 सेकंड में छोड़ें। इससे पैनिक कम होता है।


6. हल्का व्यायाम करें

घर के अंदर योग, स्ट्रेचिंग या डांस करें। बाहर दौड़ने से बचें।


7. पौष्टिक आहार लें

विटामिन C (संतरा, नींबू), E (बादाम) और ओमेगा-3 (अखरोट) जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इससे इम्यूनिटी मजबूत रहेगी।


8. धूम्रपान और अगरबत्ती का प्रयोग न करें

घर में सिगरेट या धूप-अगरबत्ती का प्रयोग न करें, क्योंकि ये प्रदूषण को बढ़ाते हैं।


9. पौधे लगाएं

स्नेक प्लांट, एलोवेरा, और पीस लिली जैसे पौधे हवा को साफ करते हैं। कमरे में 2-3 पौधे रखें।


10. डॉक्टर से संपर्क करें

यदि सांस फूल रही हो, सीने में दर्द हो या बार-बार घबराहट हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और दवा समय पर लें।


प्रदूषण का मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

वायु प्रदूषण से श्वसन संबंधी समस्याएं आम हो सकती हैं, लेकिन फेफड़ों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक है। प्रदूषण या धुंध के दौरान बाहर जाने से बचें। यदि बाहर जाना आवश्यक हो, तो मास्क पहनें या चेहरे को स्कार्फ से ढकें।



  • घर के अंदर प्रदूषण को रोकने और खुलकर सांस लेने के लिए एक अच्छा एयर प्यूरीफायर चुनना एक समझदारी भरा कदम है। खराब वायु गुणवत्ता के दौरान धूम्रपान या व्यायाम करने से बचें।

  • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए संतुलित आहार लें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार मल्टीविटामिन लें।

  • फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए घर पर ही सांस लेने के व्यायाम करें।

  • स्वस्थ फेफड़ों के लिए नियमित रूप से नमक के पानी से गरारे करना और भाप लेना भी महत्वपूर्ण है।

  • घर में समय-समय पर एसी और एयर प्यूरीफायर की सफाई करें।

  • घर को धूल और फफूंदी से मुक्त रखें।

  • पर्याप्त पानी पिएं और जंक फ़ूड से बचें जो सूजन पैदा कर सकता है।