×

पंजाब में बाढ़ राहत: हरजोत बैंस ने की सुविधाओं की बहाली की घोषणा

पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत कार्यों की प्रगति की जानकारी दी है। उन्होंने 100% सड़क, बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करने की घोषणा की है। राहत शिविरों से लोग लौटने लगे हैं, और स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। मंत्री ने स्थानीय समुदाय और स्वयंसेवकों की सराहना की है। जानें इस संकट के समय में क्या कदम उठाए गए हैं और आगे की योजना क्या है।
 

पंजाब में बाढ़ राहत कार्यों की प्रगति

पंजाब में बाढ़ राहत: पंजाब के शिक्षा और जनसंपर्क मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने घोषणा की है कि श्री आनंदपुर साहिब विधानसभा क्षेत्र के सभी बाढ़ प्रभावित गांवों में अब 100% सड़क, बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल कर दी गई है। यह कदम लोगों की दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करने और उन्हें राहत प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया गया है।


लोग राहत शिविरों से लौटने लगे हैं
सिंहपुर और पलासी जैसे गांवों के निवासी, जो बाढ़ के कारण राहत शिविरों में रह रहे थे, अब पानी का स्तर घटने के बाद धीरे-धीरे अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं। मंत्री बैंस ने बताया कि हरसा बेला, पट्टी दुलची और बेला शिव सिंह जैसे गांव अब बाहरी दुनिया से फिर से जुड़ चुके हैं।


बिजली और जल आपूर्ति पूरी तरह से बहाल
बिजली व्यवस्था के संबंध में मंत्री ने कहा कि खंभों, तारों और ट्रांसफार्मरों की मरम्मत पूरी कर ली गई है, जिससे अब 100% बिजली आपूर्ति बहाल हो चुकी है। जलापूर्ति विभाग ने एनडीआरएफ की सहायता से पाइपलाइनों को फिर से जोड़ा है, जिससे साफ और सुरक्षित पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की गई है।


स्वच्छता और कीट नियंत्रण पर ध्यान
बाढ़ के बाद स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए सिंहपुर और पलासी में व्यापक स्तर पर फॉगिंग और कीटाणुनाशक का छिड़काव किया गया है। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि बाढ़ के बाद कोई संक्रमण या बीमारी न फैले और स्वच्छ वातावरण बहाल किया जा सके।


पुलों और बुनियादी ढांचे का पुनर्निर्माण
मंत्री बैंस ने यह भी बताया कि बेला धियानी में जो लकड़ी का पुल बाढ़ में टूट गया था, उसे अब एक मजबूत और मोटरेबल पुल से बदला जाएगा। यह पुल न केवल आवागमन को सुगम बनाएगा बल्कि आपदा के समय भी एक स्थायी समाधान साबित होगा।


विशेष गिरदावरी और मुआवजा प्रक्रिया की शुरुआत
राजस्व विभाग ने बाढ़ से प्रभावित गांवों में विशेष गिरदावरी (फसलों के नुकसान का सर्वेक्षण) की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके पूरा होते ही प्रभावित किसानों और परिवारों को मुआवज़ा देने की कार्यवाही की जाएगी।


स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग की तैनाती
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं को प्राथमिकता दी गई है। डॉक्टरों की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में जाकर मुफ्त चिकित्सा सेवाएं दे रही हैं, जबकि पशुओं के लिए विशेष टीकाकरण और चारे की व्यवस्था की गई है। अब तक 10 ट्रकों में चारा बांटा जा चुका है, जिससे पशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल सुनिश्चित की जा सके।


स्थानीय समुदाय और स्वयंसेवकों की सराहना
मंत्री बैंस ने इस संकट के समय में कार्यकर्ताओं, पंचायतों, सरपंचों और युवा क्लबों के सदस्यों की सराहना की, जिन्होंने प्रशासन के साथ मिलकर राहत कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाई। उन्होंने कहा कि यह सामूहिक प्रयास ही है, जिसने इस कठिन समय में लोगों को फिर से उम्मीद दी है।


"आप सभी का आभार", बोले हरजोत बैंस
अपने वक्तव्य के अंत में मंत्री बैंस ने सभी सहयोगियों, अधिकारियों और नागरिकों का आभार व्यक्त किया और कहा, "मैं दिल से उन सभी का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने इस प्राकृतिक आपदा के कठिन समय में पंजाब और विशेष रूप से मेरे क्षेत्र के लोगों का साथ दिया।"