परफ्यूम का नया ट्रेंड: नींद लाने में मददगार खुशबूओं का बढ़ता चलन
परफ्यूम का बदलता उपयोग
आजकल परफ्यूम केवल डेट नाइट या पार्टी के लिए नहीं रह गया है। बदलती जीवनशैली और सोशल मीडिया के प्रभाव के चलते, परफ्यूम अब 'स्लीप मैक्सिंग' का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता जा रहा है, जो अच्छी नींद लाने में मदद करता है। विशेषज्ञों और शोधों के अनुसार, कुछ विशेष खुशबूएं न केवल मूड को बेहतर बनाती हैं, बल्कि आपको शांति से सुलाने में भी सहायक होती हैं।
सोने से पहले परफ्यूम का महत्व
जब हम किसी खुशबू को सूंघते हैं, तो हमारा मस्तिष्क उसे यादों और भावनाओं से जोड़ता है। यही कारण है कि कुछ खुशबूएं हमें आराम देती हैं, जबकि अन्य हमें पुरानी यादों में ले जाती हैं। इस मनोवैज्ञानिक संबंध को समझते हुए, परफ्यूम ब्रांड अब 'न्यूरो-सेंट' विकसित कर रहे हैं।
शोध का समर्थन
दुनिया भर के कई परफ्यूम ब्रांड अब न्यूरोसाइंटिस्टों के सहयोग से ऐसी खुशबूएं तैयार कर रहे हैं जो तनाव को कम करने और नींद को बेहतर बनाने में मदद करती हैं। Estée Lauder ने हाल ही में अपने पहले ग्लोबल स्लीप साइंस एडवाइजर, Dr. Matthew Walker को नियुक्त किया है। इसी तरह, ब्रांड Edeniste ने अपनी 'De-Stress Accord' खुशबू पर अध्ययन किया, जिसमें उपयोगकर्ताओं में तनाव के स्तर में कमी देखी गई।
उपयोगकर्ताओं के अनुभव
Reddit पर एक उपयोगकर्ता ने लिखा, "मैंने हाल ही में सोते समय परफ्यूम लगाना शुरू किया है क्योंकि मुझे एंज़ायटी होती है और इससे मुझे सुकून मिलता है।" एक अन्य उपयोगकर्ता ने कहा, "अब मैं बिना परफ्यूम के सो नहीं सकता। यह मेरी रात की दिनचर्या का सबसे प्यारा हिस्सा बन गया है।"
डॉक्टरों की राय
डॉ. मंJunath MK, एक ENT सर्जन (Bengaluru) के अनुसार, "कुछ हल्की खुशबूएं नींद लाने में मदद कर सकती हैं, लेकिन अधिक मात्रा में लगाने से जलन या एलर्जी हो सकती है।" वहीं, डॉ. उज्ज्वल पारख (Sir Ganga Ram Hospital, Delhi) का कहना है कि लैवेंडर, सैंडलवुड और सीडरवुड जैसी खुशबूएं नर्वस सिस्टम को शांत करके नींद को बेहतर कर सकती हैं।
फायदेमंद खुशबूएं
नींद लाने वाले परफ्यूम्स में आमतौर पर निम्नलिखित नोट्स होते हैं:
लैवेंडर (Lavender) – तनाव और बेचैनी को कम करता है
सैंडलवुड (Sandalwood) – मस्तिष्क को शांत करता है
चमेली (Jasmine Sambac) – भारतीय बोटैनिकल्स में सबसे लोकप्रिय
रुह खस (Ruh Khus) – ठंडक और राहत देने वाली जड़ी-बूटी
House of Moksha के सीईओ अशिष खंडेलवाल बताते हैं, "हम भारतीय बोटैनिकल्स जैसे रूह खस और चमेली सांबक के साथ काम करना पसंद करते हैं क्योंकि इनमें प्राकृतिक शांति देने वाला प्रभाव होता है।"
इस ट्रेंड का बढ़ता चलन
आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में लोग नींद की कमी से जूझ रहे हैं। भारत में कई अध्ययनों से पता चला है कि बड़ी संख्या में लोग 'स्लीप डेप्राइव्ड' हैं। यही कारण है कि सोशल मीडिया पर 'स्लीप मैक्सिंग' एक बड़ा ट्रेंड बन चुका है। लोग अपनी रात की दिनचर्या में स्लीप स्प्रे, माउथ टेपिंग, हर्बल सप्लीमेंट्स और अब 'स्लीप परफ्यूम्स' का उपयोग कर रहे हैं।
कैसे करें शुरुआत?
आपको बेडटाइम के लिए एक हल्की, सुखदायक खुशबू चुननी चाहिए जिसे आप सोने से पहले लगाएं। इससे मस्तिष्क को संकेत मिलता है कि अब सोने का समय है, जैसे रात में लाइट्स धीमी करने से मेलाटोनिन का स्तर बढ़ता है।