पुरानी कार खरीदने से पहले ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण बातें
नई दिल्ली में पुरानी कार खरीदने के टिप्स
नई दिल्ली: जैसे ही त्योहारों का मौसम आता है, गाड़ियों की खरीद-बिक्री में तेजी आ जाती है। यदि आप एक नई कार खरीदने का सोच रहे हैं लेकिन बजट सीमित है, तो सेकेंड हैंड कार एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकती है। हालांकि, पुरानी गाड़ी खरीदते समय कुछ गलतियों से आपको बड़ा वित्तीय नुकसान हो सकता है। इसलिए, किसी भी पुरानी कार का सौदा करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों की जांच करना आवश्यक है।
आइए जानते हैं उन महत्वपूर्ण बातों के बारे में, जिनका ध्यान रखकर आप एक अच्छी और विश्वसनीय पुरानी कार खरीद सकते हैं।
1. इंजन और मैकेनिकल जांच
किसी भी गाड़ी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा उसका इंजन होता है। यदि आपको कार पसंद आती है, तो सबसे पहले किसी अनुभवी मैकेनिक से उसकी जांच कराएं। मैकेनिक गाड़ी के इंजन, कूलिंग सिस्टम, ट्रांसमिशन, पहियों की स्थिति और एग्जॉस्ट सिस्टम की गहनता से जांच कर आपको बताएगा कि गाड़ी की वर्तमान स्थिति क्या है और क्या यह मांगी गई कीमत के लायक है।
2. कार की असली स्थिति और टेस्ट ड्राइव
पुरानी कार खरीदने में एक सामान्य धोखा यह होता है कि डीलर या मालिक सौदा पक्का होने के बाद गाड़ी के असली पार्ट्स को सस्ते या पुराने पार्ट्स से बदल देते हैं। इसलिए, बातचीत के दौरान और डिलीवरी से पहले गाड़ी के पार्ट्स पर ध्यान दें। गाड़ी की परफॉर्मेंस को सही से परखने के लिए मालिक के साथ एक लंबी टेस्ट ड्राइव अवश्य लें।
3. गाड़ी के कागजात की जांच
चोरी की या किसी आपराधिक मामले में फंसी गाड़ी खरीदने से बचने के लिए कागजात की जांच करना सबसे महत्वपूर्ण कदम है। आरसी पर मालिक का नाम, पता, रजिस्ट्रेशन की तारीख, इंजन और चेसिस नंबर का मिलान गाड़ी से अवश्य करें। सुनिश्चित करें कि कार का बीमा वैध है। सौदा पक्का होते ही बीमा को अपने नाम पर ट्रांसफर करना न भूलें। कार के पुराने बिल, प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र (PUC), टैक्स रिकॉर्ड और मेंटेनेंस रिकॉर्ड की भी जांच करें। यदि कार लोन पर ली गई थी, तो मालिक से बैंक का अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) और फॉर्म 35 लेना अनिवार्य है।
4. सर्विसिंग और मॉडिफिकेशन का रिकॉर्ड
कार का सर्विस रिकॉर्ड उसकी परफॉर्मेंस और रखरखाव का आईना होता है। सर्विस रिकॉर्ड से आपको यह पता चलेगा कि गाड़ी की सर्विसिंग समय पर हुई है या नहीं और उस पर कितना काम हुआ है। इससे यह भी अंदाजा लगता है कि पिछले मालिक ने गाड़ी का कितना ध्यान रखा है। साथ ही, यह भी सुनिश्चित करें कि गाड़ी में कोई ऐसा मॉडिफिकेशन तो नहीं किया गया है जो स्थानीय यातायात नियमों का उल्लंघन करता हो।