प्रेग्नेंसी में योग: मां और बच्चे के लिए फायदेमंद आसन
प्रेग्नेंसी का महत्व और योग का लाभ
गर्भावस्था एक विशेष और संवेदनशील चरण होता है, जिसमें महिलाओं को मानसिक और शारीरिक देखभाल की आवश्यकता होती है। इस दौरान शरीर में कई परिवर्तन होते हैं, और हार्मोनल बदलावों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कुछ योगासन मां और बच्चे दोनों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होते हैं। हालांकि, हर महिला की गर्भावस्था अलग होती है, इसलिए योग शुरू करने से पहले डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है। आइए जानते हैं किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. सुजाता देव से कि गर्भावस्था के दौरान कौन-से योगासन लाभकारी हो सकते हैं।
योग कब से शुरू करें?
विशेषज्ञों के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को दूसरे या तीसरे महीने के बाद से योग करना शुरू करना चाहिए। पहले कुछ महीनों में गर्भ अधिक संवेदनशील होता है, इसलिए योग शुरू करने से पहले डॉक्टर से अनुमति लेना जरूरी है।
लाभकारी योगासन
ताड़ासन
गर्भावस्था के दौरान ताड़ासन करना मां और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद है। यह शरीर में संतुलन और स्थिरता बढ़ाता है, रक्त संचार को बेहतर बनाता है, और थकान को दूर करने में मदद करता है।
बद्धकोणासन (तितली आसन)
तितली आसन नियमित रूप से करने से डिलीवरी में आसानी होती है। यह जांघों और हिप्स की मांसपेशियों को मजबूत करता है और गैस व कब्ज की समस्या में राहत देता है।
अनुलोम-विलोम प्राणायाम
यह प्राणायाम मन को शांति प्रदान करता है और चिंता को कम करता है। इससे ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है, जो मां और बच्चे दोनों के लिए आवश्यक है।
वज्रासन
वज्रासन पाचन में सुधार करता है और गर्भावस्था में होने वाली अपच में राहत देता है। यह पैरों और पीठ के दर्द में भी आराम पहुंचाता है।
भ्रामरी प्राणायाम
यह प्राणायाम मानसिक तनाव को कम करता है और गर्भावस्था के दौरान होने वाले डर और चिंता को दूर करता है।
खानपान पर ध्यान दें
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को छोटे-छोटे हिस्सों में भोजन करना चाहिए। आयरन, विटामिन, साबुत अनाज, फाइबर और दाल का सेवन करना चाहिए, जिससे बच्चे की ग्रोथ सही तरीके से हो सके।