बागवानी में बेकिंग सोडा के 5 अद्भुत उपयोग
बागवानी में बेकिंग सोडा का महत्व
बेकिंग सोडा का सही उपयोग पौधों की सेहत के लिए फायदेमंद
बेकिंग सोडा, जिसे सोडियम बाइकार्बोनेट के नाम से भी जाना जाता है, केवल रसोई में ही नहीं, बल्कि बागवानी में भी अत्यधिक उपयोगी है। यह न केवल फंगल संक्रमण जैसे पाउडरी मिल्ड्यू को नियंत्रित करता है, बल्कि मिट्टी के पीएच को संतुलित करने, घोंघों को दूर रखने, पत्तियों की चमक बढ़ाने और पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। नियमित और सही तरीके से बेकिंग सोडा का उपयोग करने से पौधे स्वस्थ रहते हैं और हानिकारक रसायनों की आवश्यकता कम होती है।
बेकिंग सोडा की एक विशेषता यह है कि यह पौधों को नुकसान पहुंचाए बिना कीटों और फफूंद से सुरक्षा प्रदान करता है। इसके साथ ही, यह लाभकारी कीटों जैसे मधुमक्खियों, लेसविंग्स और लेडीबर्ड्स को भी आकर्षित करता है। आइए जानते हैं उन 5 पौधों के बारे में, जिन्हें बेकिंग सोडा का उपयोग सबसे अधिक लाभ पहुंचाता है।
बेकिंग सोडा के लाभकारी पौधे
- गुलाब: गुलाब के पौधों पर अक्सर पाउडरी मिल्ड्यू का प्रभाव देखा जाता है। हफ्ते में एक बार बेकिंग सोडा का स्प्रे करने से फफूंद के बीजाणु नष्ट हो जाते हैं और फूलों की पंखुड़ियां सुंदर बनी रहती हैं। गुलाब की झाड़ियों के बीच के खाली स्थान लेडीबर्ड्स और लेसविंग्स के लिए प्राकृतिक आवास का काम करते हैं, जो एफिड्स जैसे हानिकारक कीटों को नियंत्रित करते हैं।
- मटर: मटर के पौधों में नमी भरे मौसम में पाउडरी मिल्ड्यू की समस्या आम है। पानी, बेकिंग सोडा और हल्के बागवानी तेल से तैयार फोलियर स्प्रे का उपयोग प्रारंभिक लक्षणों पर करने से संक्रमण फैलने से रुकता है। इसके अलावा, मटर की बेलों के पास मधुमक्खियां घोंसले बनाती हैं, जो परागण को बढ़ावा देती हैं।
- खीरा: खीरा गर्म मौसम में अच्छी तरह बढ़ता है, लेकिन नमी में पत्तियों पर फफूंद का हमला हो सकता है। हर 7 से 10 दिन में बेकिंग सोडा का स्प्रे पत्तियों को स्वस्थ रखता है, जिससे मीठे खीरे मिलते हैं क्योंकि बेल फलों पर ध्यान केंद्रित करती है। इसके अलावा, खीरे के आसपास की मिट्टी में ग्राउंड बीटल्स होते हैं, जो स्लग्स को खत्म करने में मदद करते हैं।
- टमाटर: टमाटर के पौधे भी नमी भरे मौसम में पाउडरी मिल्ड्यू से प्रभावित हो सकते हैं। बेकिंग सोडा का हल्का स्प्रे पत्तियों को सुरक्षित रखता है और फूलों को नुकसान नहीं पहुंचाता। इस तरह पौधे अधिक स्वस्थ रहते हैं और भरपूर फल देते हैं। मोटे पत्तों के बीच प्रिडेटरी माइट्स होते हैं, जो हानिकारक स्पाइडर माइट्स को नियंत्रित करते हैं।
- सेम की फली: मध्य अमेरिका से आए सेम के पौधे, अगर पास-पास लगाए जाएं, तो पाउडरी मिल्ड्यू से जल्दी प्रभावित होते हैं। बेकिंग सोडा का हल्का स्प्रे और पौधों के बीच उचित दूरी रखने से पत्तियां हरी-भरी रहती हैं और उपज में भी वृद्धि होती है。
बागवानी में बेकिंग सोडा के फायदे
- पाउडरी मिल्ड्यू और अन्य फफूंद रोगों से सुरक्षा।
- पत्तियों की चमक और स्वास्थ्य में सुधार।
- पौधों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना।
- लाभकारी कीटों का संरक्षण।
- कीटनाशकों के उपयोग में कमी।
- मिट्टी के पीएच स्तर को संतुलित करने में मदद।