बालकनी या छत पर सौंफ उगाने का सरल तरीका
सौंफ के फायदे
सौंफ का सेवन भोजन के बाद कई लोग करते हैं, लेकिन इसके और भी कई लाभ हैं। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है, सांसों की दुर्गंध को दूर करता है और वजन घटाने में मदद करता है। सौंफ को बाजार से खरीदने की आवश्यकता नहीं है, आप इसे अपने घर की बालकनी में गमले में उगा सकते हैं। आइए जानते हैं इसे उगाने का तरीका।
बीज का चयन
सौंफ उगाने के लिए सही बीज का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप गलत बीज चुनते हैं, तो सौंफ उगाना संभव नहीं होगा। भुनी हुई या रंगीन सौंफ के बीज लेने से पौधा नहीं उगेगा। इसलिए, सूखी और कच्ची सौंफ के बीज का चयन करें। देसी या ऑर्गेनिक सौंफ के बीज जल्दी उगते हैं।
अच्छे बीजों की पहचान
यह सुनिश्चित करने के लिए कि बीज उगेंगे या नहीं, 10 से 15 सौंफ के बीजों को एक गीले कपड़े में लपेटें और 2-3 दिन के लिए गर्म स्थान पर रखें। रोजाना इसे गीला करते रहें। यदि 3 दिन बाद 7-8 बीजों में अंकुर निकलते हैं, तो ये बीज अच्छे हैं।
गमले में सौंफ उगाने की विधि
सौंफ उगाने के लिए अच्छी मिट्टी और खाद की आवश्यकता होती है। गमले में 70% सामान्य मिट्टी और 30% गोबर की खाद मिलानी चाहिए। मिट्टी का पीएच 5.5 से 6.8 के बीच होना चाहिए।
बीजों को भिगोना
सौंफ के बीजों को बोने से पहले 8 से 12 घंटे तक भिगोकर रखना चाहिए। इससे बीज जल्दी अंकुरित होते हैं। गमले का आकार कम से कम 12 इंच गहरा होना चाहिए। इसके बाद, 1 से 1.5 इंच गहराई में बीज बोएं।
सौंफ के पौधों को धूप
सौंफ के पौधों को धूप और पानी की आवश्यकता होती है। बीज बोने के बाद हल्का पानी छिड़कें और रोजाना पानी दें। सौंफ के पौधों को 4 से 6 घंटे की सीधी धूप चाहिए, इसलिए गमले को ऐसी जगह रखें जहां पर्याप्त धूप मिल सके।
पौधे की तैयारी का समय
सौंफ के बीज 7 से 10 दिन में अंकुरित होने लगते हैं। यदि आप हरी पत्तियों के लिए सौंफ उगा रहे हैं, तो 30 से 45 दिनों में पत्तियां 6 से 8 इंच लंबी हो जाती हैं। यदि आप सौंफ की फसल लेना चाहते हैं, तो 90 से 120 दिन का समय लगेगा। जब बीज हल्के भूरे रंग के हो जाएं और फूल सूखने लगे, तो कटाई करें।