बिहार में ग्रामीण सड़कों का निर्माण: नाबार्ड के सहयोग से नई गति
बिहार में ग्रामीण सड़कों का विकास
बिहार समाचार: राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के सहयोग से बिहार में ग्रामीण सड़कों का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इस परियोजना के तहत, ग्रामीण सड़कों की संख्या में वृद्धि से गांवों और शहरों के बीच की दूरी कम हो रही है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है। ग्रामीण कार्य विभाग ने विभिन्न जिलों में स्वीकृत सड़कों की प्रगति रिपोर्ट जारी की है।
रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2023 में कुल 2024 ग्रामीण सड़कों के निर्माण को मंजूरी दी गई थी, जिनमें से 1857 सड़कों का निर्माण कार्य सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। नाबार्ड के सहयोग से इन सड़कों की कुल लंबाई 4822 किलोमीटर से अधिक है। इसके साथ ही, 1234 पुलों के निर्माण का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया था, जिसमें से 900 पुलों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।
नालंदा और अन्य जिलों का प्रदर्शन
नालंदा का उत्कृष्ट प्रदर्शन
ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, नालंदा जिला ग्रामीण सड़कों के निर्माण में सबसे आगे है। यहां स्वीकृत 214 सड़कों में से 199 का निर्माण पूरा हो चुका है। नालंदा में 370.712 किलोमीटर सड़कों का निर्माण कार्य संपन्न हो चुका है, जबकि लक्ष्य 396.194 किलोमीटर का था।
नालंदा में 67 पुलों का निर्माण किया जाना था, जिसमें से 59 पुल बनकर तैयार हो चुके हैं। गया जिले में स्वीकृत 129 सड़कों में से 120 का निर्माण पूरा हो चुका है। गया में कुल 395.245 किलोमीटर लंबाई की सड़कें बनाने का लक्ष्य था, जिसमें से 365.782 किलोमीटर का निर्माण हो चुका है।
अन्य जिलों की स्थिति
पटना और अन्य जिलों की प्रगति
राजधानी पटना के लिए कुल 166 ग्रामीण सड़कें स्वीकृत की गई थीं, जिनमें से 157 का निर्माण पूरा हो चुका है। पटना में कुल 360 किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण लक्ष्य था, जिसमें से 329.708 किलोमीटर का निर्माण हो चुका है। पटना के ग्रामीण क्षेत्रों में 54 पुलों में से 46 पुल बनकर तैयार हो चुके हैं।
औरंगाबाद में 244.856 किलोमीटर, दरभंगा में 235.740 किलोमीटर, पूर्वी चंपारण में 230.772 किलोमीटर, मुंगेर में 202.814 किलोमीटर, रोहतास में 176.462 किलोमीटर, जहानाबाद में 169.606 किलोमीटर, सीतामढ़ी में 151.346 किलोमीटर, और मुजफ्फरपुर में 139.682 किलोमीटर सड़कों का निर्माण पूरा हो चुका है। जमुई, मधुबनी, समस्तीपुर, गोपालगंज, किशनगंज और नवादा में भी ग्रामीण सड़कों का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है।