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भारत में विदेशी पर्यटकों के लिए नया डिजिटल आगमन कार्ड: जानें कैसे होगा प्रवेश आसान

भारत में विदेशी पर्यटकों के लिए 1 अक्टूबर से एक नया डिजिटल आगमन कार्ड लागू होने जा रहा है, जिससे उनकी प्रवेश प्रक्रिया को सरल बनाया जाएगा। इस कार्ड के माध्यम से, विदेशी नागरिकों को केवल कुछ बुनियादी जानकारी भरकर भारत में प्रवेश मिल सकेगा। इसके अलावा, फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम (FTI-TTP) का विस्तार भी किया जाएगा, जिससे OCI कार्डधारकों को और अधिक सुविधाएं मिलेंगी। जानें इस नई प्रक्रिया के बारे में और कैसे यह यात्रा को आसान बनाएगी।
 

भारत में विदेशी पर्यटकों के लिए नई प्रक्रिया


हर साल, भारत में लाखों विदेशी पर्यटक आते हैं, जो देश के अनगिनत आकर्षक स्थलों का अनुभव करना चाहते हैं। हालांकि, भारत में प्रवेश करना हमेशा सरल नहीं होता। उन्हें हवाई अड्डे पर कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। लेकिन अब, 1 अक्टूबर से यह प्रक्रिया बदलने जा रही है।


काम, अध्ययन या व्यापार के उद्देश्य से भारत आने वाले विदेशी नागरिकों को एक डिजिटल आगमन कार्ड प्रस्तुत करना होगा, जिससे उनका भारत में प्रवेश सुगम हो सकेगा।


डिजिटल आगमन कार्ड कैसे प्राप्त करें?

डिजिटल आगमन कार्ड (ई-आगमन कार्ड) प्राप्त करने के लिए, विदेशी नागरिकों को अपने पासपोर्ट नंबर, राष्ट्रीयता, यात्रा का उद्देश्य, निवास स्थान और मोबाइल नंबर भरना होगा। इसके लिए किसी अन्य दस्तावेज़ की आवश्यकता नहीं होगी। भारतीय नागरिकों या ओवरसीज़ सिटीजन ऑफ़ इंडिया (OCI) के लिए यह कार्ड अनिवार्य नहीं होगा।


आव्रजन प्रक्रिया में बदलाव

वर्तमान में, जब विदेशी नागरिक भारत आते हैं, तो उन्हें हवाई अड्डे पर आव्रजन कार्यालय में जाकर एक आगमन फॉर्म भरना पड़ता है, जो अक्सर समय लेने वाला होता है। लेकिन ई-आगमन कार्ड के माध्यम से यह प्रक्रिया अब डिजिटल रूप से पूरी की जा सकेगी।


इसके अलावा, फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम (FTI-TTP) का विस्तार किया जाएगा।


गृह मंत्रालय की नई योजना

गृह मंत्रालय, अमित शाह के नेतृत्व में, तकनीक का उपयोग करके विदेशियों के लिए भारत में प्रवेश को और अधिक सुगम बनाने की योजना बना रहा है। फास्ट ट्रैक इमिग्रेशन ट्रस्टेड ट्रैवलर प्रोग्राम (FTI-TTP) को देश के कई हवाई अड्डों पर लागू किया जाएगा, जो OCI कार्डधारकों के लिए विशेष रूप से सुविधाजनक होगा।


FTI-TTP की शुरुआत 2024 में दिल्ली हवाई अड्डे पर हुई थी, और इसके बाद इसे मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, कोच्चि और अहमदाबाद तक बढ़ाया गया। अब, यह लखनऊ, तिरुवनंतपुरम, त्रिची, कोझीकोड और अमृतसर हवाई अड्डों पर भी लागू किया जाएगा।