भिवानी में 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम
वृक्षारोपण का महत्व
- विधायक घनश्याम सर्राफ ने कहा: पौधरोपण एक पवित्र कार्य है, इससे सुंदर भविष्य संभव है।
(Bhiwani News) भिवानी। 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत वैश्य महाविद्यालय भिवानी में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई 1 और 2 तथा यूथ हॉस्टल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (भिवानी इकाई) द्वारा वृक्षारोपण एवं वृक्ष वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व प्राचार्य एवं यूथ हॉस्टल एसोसिएशन के प्रदेश चेयरमैन डॉ संजय गोयल ने किया, जबकि संचालन डॉ कामना कौशिक और डॉ मोहनलाल ने किया।
मुख्य अतिथि के रूप में भिवानी के विधायक और वैश्य महाविद्यालय प्रबंधक समिति के महासचिव घनश्याम सर्राफ ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई 'एक पेड़ मां के नाम' मुहिम आज पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैला रही है। यह देखकर खुशी होती है कि युवा इस कार्य में सक्रियता से भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं और स्वच्छ हवा के लिए अधिक से अधिक पौधे लगाना आवश्यक है।
विशिष्ट अतिथि और प्रबंधक समिति के उपाध्यक्ष डॉ पवन बुवानी वाला ने कहा, 'पर्यावरण की रक्षा सबसे बड़ा धर्म है। यह पृथ्वी हमें प्रकृति ने उपहार में दी है, और इसकी सुरक्षा करना हमारा कर्तव्य है।' पूर्व विधायक और यूथ हॉस्टल एसोसिएशन के जिला प्रधान जगजीत सांगवान ने कहा कि बढ़ते प्रदूषण के समय में वृक्षारोपण की आवश्यकता अत्यंत महत्वपूर्ण है। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई। सैकड़ों पौधे रोपित और वितरित किए गए।
जल, हरियाली और वन्य जीवों की रक्षा
इस अवसर पर एनएसएस के उत्कृष्ट स्वयंसेवकों को पौधे और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। प्राचार्य डॉ संजय गोयल ने युवाओं से अपील की कि वे जल, हरियाली और वन्य जीवों की रक्षा के प्रति जागरूक रहें। कार्यक्रम में डॉ बुद्धदेव आर्य, डॉ रतन सिंह, डॉ अनिल तंवर, डॉ कृष्ण कुमार, डॉ मंगतराम, डॉ नरेंद्र सिंह, कमल भारद्वाज, आयुष गोयल, जगत नारायण भारद्वाज सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों डॉ कामना कौशिक और डॉ मोहनलाल ने स्वयंसेवकों के उत्साह की सराहना की और कहा कि इस प्रकार के आयोजन युवाओं में प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित करते हैं। कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेविका सृष्टि ने किया। आयोजन को सफल बनाने में स्वयंसेवक अश्वनी, साहिल, जिज्ञासा, रेखा, एकता, सुमन, गरिमा, स्टाफ सदस्य सिंधु, विजय पांडे, जटाशंकर सहित कई छात्र-छात्राओं का विशेष योगदान रहा।