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महाराष्ट्र की बेटियों के लिए नई योजना: एक लाख एक हजार रुपये की सहायता

महाराष्ट्र सरकार ने बेटियों के लिए एक नई योजना की घोषणा की है, जिसके तहत उन्हें एक लाख एक हजार रुपये की वित्तीय सहायता मिलेगी। यह राशि छह किस्तों में प्रदान की जाएगी और योजना का उद्देश्य बालिका जन्म को प्रोत्साहित करना, उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना और बाल विवाह को रोकना है। इस योजना के अंतर्गत पीले और भगवा राशन कार्ड वाले परिवारों की बेटियों को लाभ मिलेगा। जानें इस योजना के बारे में और अन्य समान योजनाओं के बारे में।
 

महाराष्ट्र सरकार की नई पहल


महाराष्ट्र की बेटियों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना की घोषणा की जा सकती है। इस योजना के तहत बेटियों को एक लाख एक हजार रुपये की सहायता मिलेगी। 'तालव लड़की योजना' नामक इस विशेष योजना की जानकारी जल्द ही सरकार द्वारा साझा की जाएगी। यह राशि कुल छह किस्तों में प्रदान की जाएगी।


योजना की विशेषताएँ

महाराष्ट्र राज्य कैबिनेट ने मंगलवार को 'लेक लड़की योजना' (प्रिय बेटी योजना) को मंजूरी दी है। इस योजना का लाभ उन परिवारों की बेटियों को मिलेगा, जिनकी वार्षिक आय एक लाख रुपये तक है। इस योजना की घोषणा मार्च 2023 के बजट सत्र में की गई थी।


लाभार्थियों के लिए दिशा-निर्देश

इस योजना के अंतर्गत पीले और भगवा राशन कार्ड वाले परिवारों की बेटियों को सहायता मिलेगी। पहली कक्षा में प्रवेश पर 5 हजार रुपये, छठी कक्षा के बाद 6 हजार रुपये, 11वीं कक्षा के बाद 7 हजार रुपये, और 18 साल की उम्र पर 18 हजार रुपये मिलेंगे। कुल मिलाकर, एक बेटी को 18 साल की उम्र में 1 लाख 1 हजार रुपये का लाभ प्राप्त होगा। यह योजना 1 अप्रैल 2023 के बाद जन्मी बेटियों के लिए लागू होगी। इसका उद्देश्य बालिका जन्म को प्रोत्साहित करना, उनकी शिक्षा को बढ़ावा देना और बाल विवाह को रोकना है।


अन्य समान योजनाएँ

मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा चलायी जा रही लाड़ली लक्ष्मी योजना भी इसी तरह की है। यह योजना बेटी के जन्म से लेकर उसकी शिक्षा तक सभी चिंताओं को दूर करती है। इसे 1 अप्रैल 2007 को शुरू किया गया था।


केंद्र सरकार ने 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य लड़कियों के भविष्य को सुरक्षित करना है। इस योजना के तहत माता-पिता को 15 साल तक बेटी के नाम पर न्यूनतम 250 रुपये जमा करने होंगे। 21 साल की उम्र में जमा राशि पर 8 प्रतिशत ब्याज दिया जाता है।