मुंबई में 'सोभामृतम' नृत्य प्रस्तुति: अमृता सिंह ने गुरु को दी श्रद्धांजलि
एक अद्भुत नृत्य अनुभव
हाल ही में, मुंबई के भारतीय विद्या भवन ऑडिटोरियम ने एक विशेष नृत्य कार्यक्रम 'सोभामृतम' की मेज़बानी की। इस कार्यक्रम का आयोजन श्रीमती अमृता सिंह ने किया, जो उनकी गुरु, स्वर्गीय पद्मश्री डॉ. शोभा नायडू को एक भावुक श्रद्धांजलि थी।अमृता सिंह, एक कुचिपुड़ी नृत्यांगना और शिक्षिका, ने अपनी गुरु के मार्गदर्शन में कई वर्षों तक नृत्य की कला को सीखा है। उन्होंने न केवल इस कला के तकनीकी पहलुओं को समझा, बल्कि गुरु-शिष्य परंपरा के गहरे अर्थ को भी आत्मसात किया।
'सोभामृतम 2.0' का यह नया संस्करण, जो 2023 में प्रस्तुत किया गया, डॉ. शोभा नायडू की कोरियोग्राफी को जीवित रखने का एक प्रयास है। इस प्रस्तुति ने अमृता के शिष्यों को गुरु की कला में नया जीवन देने का अवसर प्रदान किया।
अमृता का संस्थान, 'कुचिपुड़ी कलामृतम', पारंपरिक कुचिपुड़ी नृत्य के संरक्षण और प्रसार के लिए समर्पित है। यह संस्थान उनकी गुरु की दृष्टि को आगे बढ़ाते हुए छात्रों को कला के प्रति समर्पण और आनंद का अनुभव कराता है।
कार्यक्रम में प्रस्तुत 'गणेश पंचरत्नम', 'स्वागतम कृष्ण' और 'कुंतलवरली तिल्लाना' ने दर्शकों से भरपूर सराहना प्राप्त की। गुरु सुधीर राव का 'भव शंभो' में प्रदर्शन दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर गया।
इस कार्यक्रम ने न केवल गुरु के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की, बल्कि कुचिपुड़ी नृत्य की समृद्ध परंपरा और गुरु-शिष्य संबंधों के महत्व को भी उजागर किया। अमृता सिंह ने अपनी गुरु की विरासत को जीवित रखा है और इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाया है।