राजस्थान में अनोखा विरोध: चाय की दुकान के जरिए न्याय की मांग
राजस्थान के बारां में अनोखा विरोध
राजस्थान समाचार: बारां जिले के अंता कस्बे में एक अनोखा विरोध देखने को मिल रहा है। यहां कृष्ण कुमार धाकड़ नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी द्वारा लगाए गए दहेज प्रताड़ना के झूठे आरोपों के खिलाफ एक चाय की दुकान खोली है, जिसका नाम '498A टी कैफे' रखा गया है। इस दुकान की विशेषता यह है कि कृष्ण हाथों में हथकड़ी पहनकर चाय परोसते हैं, जो उनके कानूनी संघर्ष और मानसिक पीड़ा का प्रतीक है। यह कदम उनकी न्याय की गुहार को लोगों तक पहुंचाने का एक अनूठा तरीका है।
पति ने ससुराल के सामने चाय बनाते हुए किया विरोध
कृष्ण कुमार धाकड़ मध्य प्रदेश के नीमच जिले के अठाना गांव के निवासी हैं। उनकी शादी 2018 में राजस्थान के अंता में हुई थी। शादी के बाद, उन्होंने अपनी पत्नी के साथ मिलकर मधुमक्खी पालन का व्यवसाय शुरू किया, जो काफी सफल रहा। लेकिन 2022 में उनकी पत्नी ने उनके खिलाफ दहेज प्रताड़ना (IPC धारा 498A) और भरण-पोषण (धारा 125) का मामला दर्ज कराया। कृष्ण का कहना है कि ये आरोप निराधार हैं और इनकी वजह से उनकी जिंदगी बर्बाद हो गई है। वे पिछले तीन वर्षों से कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं, जिससे उनकी मानसिक और आर्थिक स्थिति खराब हो गई है।
कानूनी प्रक्रिया से परेशान होकर उठाया कदम
न्याय में देरी और कानूनी प्रक्रिया से परेशान होकर कृष्ण ने यह अनोखा कदम उठाया। उन्होंने अपनी ससुराल के निकट '498A टी कैफे' खोला, जहां वे हथकड़ी पहनकर चाय बेचते हैं। दुकान पर लगे बैनरों पर लिखा है, "जब तक नहीं मिलता न्याय, तब तक उबलती रहेगी चाय" और "आओ चाय पर करें चर्चा, 125 में कितना देना पड़ेगा खर्चा।" ये नारे उनके दर्द और कानून के कथित दुरुपयोग को दर्शाते हैं। कृष्ण का कहना है कि वे अपनी बूढ़ी मां के लिए जी रहे हैं और इस दुकान के माध्यम से लोगों को जागरूक करना चाहते हैं।
पत्नी ने लगाए गंभीर आरोप
कृष्ण की पत्नी का आरोप है कि उन्होंने दहेज के लिए पैसे मांगे और मारपीट की, जिसके कारण मामला दर्ज हुआ। यह मामला अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है और लोग इसे कानूनी प्रणाली में देरी का प्रतीक मान रहे हैं। '498A टी कैफे' न केवल चाय की दुकान है, बल्कि यह एक मूक आंदोलन भी है, जो न्याय की मांग कर रहा है।