वर्मी कंपोस्ट: जानें कैसे बना सकते हैं लाखों की कमाई
खाद बनाने और बेचने का तरीका
Vermi Compost, नई दिल्ली: हाल के वर्षों में देश में जैविक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। जैविक उत्पादों की कीमतें भी अधिक होती हैं। जैविक खेती का अर्थ है कि खेतों में उपयोग होने वाली खाद और कीटनाशक पूरी तरह से रासायनिक मुक्त होते हैं। वर्मी कंपोस्ट, जिसे केंचुआ खाद भी कहा जाता है, जैविक खेती में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली खाद है। पिछले 2-3 वर्षों में वर्मी कंपोस्ट बनाने वाले किसानों ने अच्छी कमाई की है। यदि आप भी वर्मी कंपोस्ट बनाकर कमाई करना चाहते हैं, तो इस प्रक्रिया के बारे में जानें।
केंचुआ खाद कैसे बनाएं?
केंचुआ खाद बनाना कोई कठिन कार्य नहीं है। इसके लिए आप किसान विज्ञान केंद्र से प्रशिक्षण ले सकते हैं। यदि आप प्रशिक्षण नहीं लेना चाहते, तो यहां हम आपको स्टेप बाय स्टेप प्रक्रिया बता रहे हैं:
- केंचुआ खाद बनाने के लिए पहले गोबर का बेड तैयार करें।
- ताजा गोबर का उपयोग न करें, क्योंकि इसमें मीथेन गैस होती है; इसे सड़ाकर बेड में डालें।
- बेड में सड़ा गोबर और केंचुए डालें और इसे जूट या हरे छाते से ढक दें।
- हर दिन इसे ठंडा करने के लिए पानी का छिड़काव करें।
- एक किलो गुड़, एक किलो बेसन और एक लीटर छाछ को 20 लीटर पानी में मिलाकर बेड पर छिड़कें।
- यह घोल केंचुओं की वृद्धि और प्रजनन के लिए फायदेमंद है।
- बेड में केंचुए गोबर को खाकर जो वेस्ट निकालते हैं, उसे वर्मी कंपोस्ट कहा जाता है।
- इस प्रक्रिया में 90-100 दिन लग सकते हैं, और यह खाद बहुत लाभकारी है।
गोबर और केंचुओं की व्यवस्था कैसे करें?
वर्मी कंपोस्ट बनाने की विधि जानने के बाद, कई किसान यह जानना चाहते हैं कि गोबर और केंचुए कहां से प्राप्त करें। खाद बनाने वाली एक यूनिट के मालिक ने बताया कि वे गांव के गौपालकों या डेयरी किसानों से गोबर खरीदते हैं और केंचुओं के लिए किसान विज्ञान केंद्र या ऑनलाइन ऑर्डर करते हैं।
वर्मी कंपोस्ट से कमाई
वर्मी कंपोस्ट का उपयोग रासायनिक खाद जैसे यूरिया और डीएपी के विकल्प के रूप में किया जाता है। यह खाद धान, गेहूं सहित सभी प्रकार की फसलों में उपयोग की जा सकती है। वर्मी कंपोस्ट की कीमत विभिन्न फर्मों में भिन्न हो सकती है।
मध्य प्रदेश के धार जिले में वर्मी कंपोस्ट बनाने वाले जयवर्धन सिंह पटेल ने बताया कि इसकी कीमत 800 रुपये प्रति क्विंटल है। यदि एक बार में 100 क्विंटल खाद बनाई जाए, तो 80,000 रुपये की कमाई हो सकती है। गोबर, केंचुए और श्रम लागत घटाने के बाद, एक बार में 50,000 रुपये की बचत की जा सकती है।