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विटामिन-डी की कमी: जानें इसके स्रोत और सही मात्रा

विटामिन-डी की कमी से हड्डियों की कमजोरी और रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इस लेख में, हम विटामिन-डी के सही स्रोत, इसकी दैनिक आवश्यकता और सप्लीमेंट्स के उपयोग के बारे में जानकारी साझा कर रहे हैं। जानें कि कैसे आप अपनी विटामिन-डी की कमी को पूरा कर सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं।
 

विटामिन-डी की कमी के प्रभाव


विटामिन-डी की कमी से हड्डियों की कमजोरी, रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी और मूड स्विंग जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके बावजूद, अधिकांश लोगों में इस विटामिन की कमी देखी जाती है। इसका मुख्य कारण विटामिन-डी से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियों का अभाव है।


विटामिन-डी की सही मात्रा और स्रोत

कितना विटामिन-डी लेना चाहिए, कौन से सप्लीमेंट्स आवश्यक हैं, और इसके सर्वोत्तम स्रोत क्या हैं, जैसे कई महत्वपूर्ण तथ्यों की जानकारी न होने के कारण लोग इसकी कमी का शिकार हो जाते हैं। आइए जानते हैं विटामिन-डी से जुड़ी तीन महत्वपूर्ण बातें।


धूप से विटामिन-डी प्राप्त करना

विटामिन-डी का सबसे प्राकृतिक और प्रभावी स्रोत धूप है। जब हमारी त्वचा सूरज की यूवी-बी किरणों के संपर्क में आती है, तो शरीर विटामिन-डी का निर्माण करता है। यह गलतफहमी है कि इसके लिए घंटों धूप में रहना आवश्यक है; वास्तव में, रोजाना केवल 20-30 मिनट धूप लेना पर्याप्त है।


सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच धूप लेना सबसे अच्छा होता है। ध्यान रखें कि हाथों और पैरों की त्वचा का कुछ हिस्सा खुला रहना चाहिए और बिना सनस्क्रीन के धूप में रहना फायदेमंद होता है। यदि आप ऑफिस में लंबे समय तक रहते हैं या कार में बैठकर चलते हैं, तो कोशिश करें कि दोपहर के भोजन के बाद थोड़ी देर टहलें।


सप्लीमेंट्स का उपयोग

वर्तमान में विटामिन-डी सप्लीमेंट्स का उपयोग बढ़ रहा है, लेकिन यह जानना जरूरी है कि हर किसी को इसकी आवश्यकता नहीं होती। सप्लीमेंट्स केवल डॉक्टर की सलाह पर ही लेने चाहिए, खासकर जब रक्त परीक्षण में विटामिन-डी का स्तर सामान्य से कम हो।


अनावश्यक सप्लीमेंट लेने से शरीर में विटामिन-डी की अधिकता हो सकती है, जिससे गुर्दे की पथरी, मतली, उल्टी और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए धूप और संतुलित आहार से विटामिन-डी की पूर्ति करना सबसे अच्छा तरीका है।


आहार से विटामिन-डी प्राप्त करना

यदि आपको धूप से विटामिन-डी नहीं मिल पा रहा है, तो आहार एक अन्य महत्वपूर्ण स्रोत है। खाद्य पदार्थों में, वसायुक्त मछली जैसे सैल्मन, मैकेरल और टूना विटामिन-डी के सबसे अच्छे स्रोत माने जाते हैं। शाकाहारियों के लिए अंडे की जर्दी, फोर्टिफाइड दूध, दही, संतरे का रस और मशरूम अच्छे विकल्प हैं। हालांकि, केवल आहार से विटामिन-डी की दैनिक आवश्यकता को पूरा करना मुश्किल हो सकता है।