×

हरियाणा में तीज महोत्सव पर महिलाओं के लिए खास उपहार

हरियाणा में तीज महोत्सव के अवसर पर महिलाओं के लिए एक विशेष उपहार की घोषणा की गई है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 28 जुलाई को अंबाला में 400 महिला संस्कृति केंद्रों का उद्घाटन करेंगे। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लेने का अवसर प्रदान करना है। कार्यक्रम में महिलाओं को कोथली उपहार भी दिए जाएंगे, जो महिला सम्मान को बढ़ावा देगा। जानें इस समारोह की अन्य विशेषताएं और सरकार की योजनाएं।
 

हरियाणा महिला संस्कृति केंद्र का उद्घाटन

हरियाणा महिला संस्कृति केंद्र: तीज महोत्सव पर महिलाओं को मिलेगा बड़ा तोहफा, जानें क्या होगा खास: (हरियाणा महिला संस्कृति केंद्र का उद्घाटन 2025) की घोषणा राज्य की महिलाओं के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस बार तीज महोत्सव को खास बनाने के लिए अंबाला में तैयारियां जोरों पर हैं। 28 जुलाई को होने वाले राज्य स्तरीय तीज महोत्सव में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी खुद उपस्थित रहेंगे और प्रदेश की महिलाओं को एक अनोखा उपहार प्रदान करेंगे।


सूत्रों के अनुसार, इस विशेष अवसर पर सीएम सैनी 400 महिला संस्कृति केंद्रों का उद्घाटन अंबाला से करेंगे। इन केंद्रों में ग्रामीण महिलाएं भजन-कीर्तन और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग ले सकेंगी। यह पहल महिलाओं को आत्मनिर्भर और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।


कोथली उपहार के साथ अन्य घोषणाएं भी होंगी


इस भव्य समारोह में केवल उद्घाटन ही नहीं होगा, बल्कि प्रदेशभर से आई महिलाओं को मुख्यमंत्री द्वारा (Teej festival gift Haryana) कोथली उपहार भी दिए जाएंगे। यह उपहार महिला सम्मान और उत्सव की भावना को और मजबूत करेगा।


सीएम सैनी ने कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर संबंधित विभागों के साथ एक विशेष बैठक की है ताकि सभी व्यवस्थाएं सही ढंग से की जा सकें। अनुमान है कि हजारों महिलाएं इस समारोह में भाग लेंगी और तीज पर्व को राज्य की संस्कृति से जोड़ते हुए एक नया आयाम प्राप्त होगा।


सांस्कृतिक सशक्तिकरण की दिशा में सरकार का कदम


हरियाणा सरकार ने हमेशा महिलाओं को प्राथमिकता देते हुए योजनाएं बनाई हैं और इस बार तीज पर्व पर (Women bhajan centers Haryana) महिला संस्कृति केंद्रों की स्थापना एक ऐतिहासिक पहल है। ये केंद्र ग्रामीण महिलाओं को एक मंच प्रदान करेंगे, जहां वे पारंपरिक गतिविधियों और सामूहिक संवाद में भाग ले सकेंगी।


इस कार्यक्रम का उद्देश्य केवल उत्सव मनाना नहीं है, बल्कि महिलाओं को एक समुदाय में जोड़ना है ताकि वे सांस्कृतिक रूप से सक्रिय और समाज में सशक्त भूमिका निभा सकें। (Haryana women empowerment) की दिशा में यह कदम अन्य राज्यों के लिए भी एक उदाहरण बन सकता है।