(अपडेट) महाकुम्भ में बॉलीवुड और अध्यात्म का अद्भुत मिलन, अभिनेता अक्षय व सोनाली बेंद्रे ने लगाई आस्था की डुबकी
महाकुम्भ नगर, 24 फरवरी (हि.स.)। भारतीय संस्कृति के सबसे बड़े आयोजन महाकुम्भ में बॉलीवुड और अध्यात्म का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकार अक्षय कुमार ने सोमवार को जहां एक ओर त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाई और आध्यात्मिक अनुभूति प्राप्त की तो वहीं एक्ट्रेस कटरीना कैफ ने भी स्वामी चिदानंद सरस्वती के आश्रम में पहुंचकर सनातन संस्कृति के पावन पर्व की सुखद अनुभूति प्राप्त की। महाकुम्भ में बॉलीवुड सितारों की उपस्थिति यह दर्शाती है कि चाहे आप किसी भी पेशे में हों, आध्यात्मिक शांति और संतुलन अत्यंत आवश्यक है।
संगम में स्नान करने के बाद बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार ने कहा कि मैंने खूब आनंद लिया। इस बार की व्यवस्था बहुत शानदार है। मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने इतनी बेहतरीन व्यवस्था करवाई। 2019 के कुम्भ में लोगों को काफी दिक्कतें होती थीं, लेकिन इस बार सब कुछ बहुत सुव्यवस्थित है। अंबानी और अदानी समेत बड़े उद्योगपति, बड़े सितारे यहां आ रहे हैं, जिससे महाकुम्भ की भव्यता और बढ़ गई है।
कटरीना कैफ ने किया आध्यात्मिक अनुभवबॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री कटरीना कैफ ने भी महाकुम्भ में आध्यात्मिक यात्रा का अनुभव किया। उन्होंने परमार्थ निकेतन शिविर में स्वामी चिदानन्द सरस्वती और साध्वी भगवती सरस्वती से भेंटवार्ता की। इस अवसर पर उन्हें भगवान शिव की मूर्ति और रुद्राक्ष का पौधा भेंट किया गया। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि जब बॉलीवुड जैसी लोकप्रिय इंडस्ट्री के सितारे महाकुम्भ में आते हैं, तो यह युवाओं को धर्म और संस्कृति से जोड़ने का कार्य करता है। यह संदेश देता है कि आध्यात्मिकता केवल साधु-संतों तक सीमित नहीं, बल्कि जीवन का अभिन्न अंग हो सकती है। साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि युवा पीढ़ी को यह समझना चाहिए कि अध्यात्म सिर्फ बुजुर्गों या साधु-संतों के लिए नहीं है।
परिवार संग प्रयागराज पहुंचीं सोनाली बेंद्रे बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे भी अपने परिवार के साथ महाकुम्भ में शामिल होने के लिए प्रयागराज पहुंचीं। उन्होंने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान कर आस्था और अध्यात्म का अनुभव किया। संगम में स्नान के बाद सोनाली बेंद्रे ने कहा कि महाकुम्भ में आकर उन्हें अपार शांति और सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव हुआ। उन्होंने इस दिव्य आयोजन में शामिल होकर भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता को और करीब से महसूस किया।
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय