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2025 में चंद्र ग्रहण: जानें इसका समय और राशियों पर प्रभाव

7 सितंबर 2025 को होने वाला चंद्र ग्रहण भारत में देखा जा सकेगा। यह ग्रहण रात 9:57 बजे शुरू होकर 1:27 बजे तक चलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ग्रहण पूर्ण ग्रहण से अधिक प्रभावशाली होगा। राशियों के अनुसार, मेष, वृषभ, कन्या और धनु राशि के लोगों को लाभ होगा, जबकि अन्य राशियों के लिए यह अशुभ माना जा रहा है। जानें इस ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और इसके राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव के बारे में।
 

चंद्र ग्रहण 2025 की जानकारी

Chandra Grahan 2025: 7 सितंबर (रविवार) को होने वाले चंद्र ग्रहण पर देशवासियों की नजरें टिकी रहेंगी। खगोल विज्ञान के अनुसार, यह ग्रहण रात 9:57 बजे प्रारंभ होगा और 1:27 बजे तक जारी रहेगा। इस प्रकार, यह खग्रास चंद्र ग्रहण लगभग तीन घंटे तक आकाश में देखा जा सकेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह ग्रहण पूर्ण ग्रहण से भी अधिक प्रभावशाली होगा।


ग्रहण का समय और प्रभाव

यह ग्रहण भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष पूर्णिमा को होगा। भारत के सभी क्षेत्रों में लोग इसे देख सकेंगे, लेकिन इसका प्रभाव सभी पर समान नहीं होगा।


कौन सी राशियों पर पड़ेगा असर?

किन राशियों पर होगा असर?


इस ग्रहण का प्रभाव दो प्रकार से होता है: वैश्विक और व्यक्तिगत। व्यक्तिगत प्रभाव राशि के अनुसार होता है। मेष, वृषभ, कन्या और धनु राशि के लोगों को लाभ होगा, जबकि मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, मकर, कुंभ और मीन राशि के लिए यह अशुभ माना जा रहा है.


ग्रहण देखने पर क्या करें?

गलती से देख लिया ग्रहण तो क्या करें?


ज्योतिषियों के अनुसार, जिनके लिए यह ग्रहण अशुभ है, उन्हें इसे देखने से बचना चाहिए। यदि कोई गलती से ग्रहण देख लेता है, तो उसे तुरंत स्नान करना चाहिए और स्वच्छ वस्त्र पहनने चाहिए। इसके बाद कांसे के बर्तन में चावल भरकर उसमें चांदी, सोना, लोहा या तांबे का नाग रखकर दान करना चाहिए। इससे अशुभ प्रभाव कम हो सकते हैं.


राष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव

राष्ट्रीय स्तर पर असर


प्रोफेसर पांडे के अनुसार, यह ग्रहण भारत के लिए कोई बड़ा अशुभ संकेत नहीं है। हालांकि, खग्रास ग्रहण के समय अस्थिरता और असंतोष की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसके बाद सूर्य ग्रहण की स्थिति भी बन रही है, लेकिन वह भारत में दिखाई नहीं देगा.