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Air India के बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों की सुरक्षा जांच: क्या हैं नए कदम?

Air India की अहमदाबाद से लंदन जाने वाली बोइंग ड्रीमलाइनर फ्लाइट में हुए हादसे के बाद, भारत सरकार ने सुरक्षा जांच का निर्णय लिया है। 15 जून से शुरू होने वाली इस जांच में ईंधन प्रणाली, इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल सिस्टम और हाइड्रॉलिक सिस्टम की गहन समीक्षा की जाएगी। इसके साथ ही, दो हफ्ते के भीतर 'पावर एश्योरेंस चेक' और नई सुरक्षा प्रक्रिया 'फ्लाइट कंट्रोल इंस्पेक्शन' भी लागू की जाएगी। जानें इस प्रक्रिया के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में।
 

Air India विमान दुर्घटना के बाद सुरक्षा जांच का निर्णय

Air India plane crash: एयर इंडिया की अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली बोइंग ड्रीमलाइनर में हुए गंभीर हादसे के बाद, भारत सरकार ने बोइंग 787-8/9 विमानों के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाने का निर्णय लिया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने घोषणा की है कि रविवार, 15 जून से एयर इंडिया के सभी बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों की विशेष सुरक्षा जांच शुरू की जाएगी।


सुरक्षा जांच के प्रमुख बिंदु

इन विमानों में लगे जनरल इलेक्ट्रिक GenX इंजन को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा जांच को व्यापक रूप से अंजाम दिया जाएगा। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को इन जांचों की रिपोर्ट अनिवार्य रूप से सौंपनी होगी। मंत्रालय ने हाल ही में सामने आए सुरक्षा खामियों और तकनीकी गड़बड़ियों को देखते हुए ये कदम उठाया है।


जांच के अहम बिंदु क्या होंगे?


ईंधन प्रणाली और संबंधित सेंसर्स की गहन जांच-
जांच टीम विमानों के फ्यूल पैरामीटर मॉनिटरिंग सिस्टम और इससे जुड़े अन्य यांत्रिक भागों की स्थिति की समीक्षा करेगी।


कैबिन एयर कंप्रेसर और उसके सपोर्ट सिस्टम की जांच-
कैबिन में इस्तेमाल हो रही एयर प्रेसर जनरेशन यूनिट और उसकी कार्यप्रणाली की दक्षता की भी समीक्षा होगी।


इलेक्ट्रॉनिक इंजन कंट्रोल सिस्टम का परीक्षण-
इंजन में लगे इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल सिस्टम की कार्यक्षमता और प्रतिक्रियाशीलता का परीक्षण किया जाएगा।


इंजन फ्यूल-ड्रिवन एक्चुएटर और ऑयल सिस्टम की जांच-
इंजन संचालन से जुड़ी प्रणाली जैसे फ्यूल एक्चुएटर और ऑयल फ्लो सिस्टम को कार्यशीलता के लिहाज से टेस्ट किया जाएगा।


हाइड्रॉलिक सिस्टम की सर्विसेबिलिटी चेक-
विमान के नियंत्रण संचालन के लिए जरूरी हाइड्रॉलिक प्रणाली की सर्विसेबिलिटी सुनिश्चित की जाएगी।


टेक-ऑफ पैरामीटर की समीक्षा-
विमान के टेकऑफ के दौरान के सभी डाटा और मापदंडों को फिर से रिव्यू किया जाएगा ताकि भविष्य में कोई चूक ना हो।


पावर एश्योरेंस चेक और नई सुरक्षा प्रक्रिया

दो हफ्ते में पावर एश्योरेंस होगा चेक 


इसके साथ ही, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ये भी स्पष्ट किया है कि दो हफ्ते के अंदर सभी विमानों में 'पावर एश्योरेंस चेक' भी किया जाएगा। इसके अलावा, एक नई सुरक्षा प्रक्रिया 'फ्लाइट कंट्रोल इंस्पेक्शन' को भी लागू किया जाएगा, जो नियमित जांच का हिस्सा होगी।


तकनीकी समस्याओं की समीक्षा

रिपीटेड 'स्नैग्स' की होगी समीक्षा


सरकार ने ये आदेश भी दिया है कि पिछले 15 दिनों के अंदर बोइंग ड्रीमलाइनर विमानों में आई बार-बार की तकनीकी समस्याओं की तत्काल समीक्षा की जाए। समीक्षा के बाद सभी मेंटेनेंस कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करना अनिवार्य कर दिया गया है।