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Asia Cup 2025 Final: आकाश चोपड़ा की रणनीति भारत को जीत दिलाने के लिए

28 सितंबर 2025 को भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला होने जा रहा है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भारतीय टीम को जीत के लिए महत्वपूर्ण सलाह दी है। उन्होंने कहा कि शुरुआती छह ओवरों में आक्रामक खेल दिखाना जरूरी है। चोपड़ा ने पाकिस्तान की कमजोरियों और शाहीन अफरीदी के प्रभाव पर भी चर्चा की। जानें पूरी रणनीति और मैच की तैयारी के बारे में।
 

Asia Cup 2025 Final, IND vs PAK:

भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप 2025 का फाइनल 28 सितंबर 2025 को आयोजित होने जा रहा है। इस महत्वपूर्ण मुकाबले से पहले, पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भारतीय टीम को जीत के लिए एक रणनीति सुझाई है। उनका मानना है कि भारत को पाकिस्तान को हराने के लिए पहले छह ओवरों में मैच पर नियंत्रण स्थापित करना होगा.


ऐतिहासिक फाइनल

यह एशिया कप के 41 साल के इतिहास में पहली बार है जब भारत और पाकिस्तान की टीमें फाइनल में आमने-सामने होंगी। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ, और इस मैच के दौरान कुछ विवाद भी हुए हैं, जिससे मुकाबला और भी रोमांचक बन गया है.


आकाश चोपड़ा की सलाह

आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में कहा कि भारत को शुरुआती छह ओवरों में आक्रामक खेल दिखाना चाहिए। उनके अनुसार, यदि भारतीय टीम पावरप्ले में पाकिस्तान पर दबाव डालने में सफल होती है, तो विरोधी टीम के लिए वापसी करना कठिन हो जाएगा। चोपड़ा ने कहा, "यदि आप पावरप्ले जीत लेते हैं, तो मैच अपने आप आपके नियंत्रण में आ जाएगा। कई बार आपको मैच को बाद में खत्म करना पड़ता है, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ शुरुआत में ही खेल को अपने पक्ष में कर लेना चाहिए। इससे भारत मजबूत स्थिति में होगा."


पाकिस्तान की कमजोरी

चोपड़ा ने आगे कहा, "श्रीलंका के खिलाफ हमारे पावरप्ले में गेंदबाजी अच्छी नहीं थी, लेकिन भारत ने शानदार वापसी की। वहीं, पाकिस्तान एक ऐसी टीम है जो लय पर निर्भर करती है। यदि आप उनके शुरुआती ओवरों में रन रोक लेते हैं या विकेट ले लेते हैं, तो यह टीम आमतौर पर वापसी नहीं कर पाती।"


शाहीन अफरीदी पर ध्यान

पाकिस्तान के प्रमुख तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी के बारे में बात करते हुए चोपड़ा ने कहा कि यदि भारत शुरुआत में उनके सामने विकेट नहीं गंवाता, तो शाहीन का प्रभाव कम हो जाता है। "यदि आप शुरुआत में शाहीन को विकेट नहीं देते, तो उनका प्रदर्शन कमजोर पड़ जाता है। हाल के समय में उनकी गेंदबाजी में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन यदि नई गेंद से उन्हें सफलता नहीं मिलती, तो वह दबाव में आ जाते हैं."