CBI की नोएडा में साइबर ठगी के मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी
नोएडा में CBI की बड़ी कार्रवाई
नोएडा समाचार: नोएडा में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मंगलवार को एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। उन्होंने एक अंतरराष्ट्रीय स्तर के फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश करते हुए उसके मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है। यह आरोपी ऑस्ट्रेलिया और यूके के नागरिकों से ठगी कर रहा था। लंबे समय से भारत में बैठकर यह व्यक्ति धोखाधड़ी की गतिविधियों में लिप्त था। विदेश से मिली शिकायत के आधार पर उसकी गिरफ्तारी की गई है। आरोपी की पहचान निशांत वालिया के रूप में हुई है, जो 'फर्स्ट इंडिया' नामक कंपनी का संचालन करता है। उसके अन्य सहयोगियों की भी तलाश जारी है।
हाईटेक सॉफ्टवेयर से जानकारी चुराने का तरीका
हाईटेक सॉफ्टवेयर से चुराता था पर्सनल जानकारी
सीबीआई की जांच में यह सामने आया है कि निशांत एक साइबर एक्सपर्ट है। उसने हाईटेक सॉफ्टवेयर का उपयोग करके विदेशी नागरिकों की व्यक्तिगत जानकारी चुराई। वह उन्हें तकनीकी सहायता, बैंकिंग सपोर्ट और सुरक्षा अपडेट के नाम पर धोखा देता था, जिसके बाद वह उन्हें ब्लैकमेल कर साइबर धोखाधड़ी करता था। यह धंधा काफी समय से चल रहा था।
गैंग में शामिल अन्य शातिर
गैंग में है कई अन्य शातिर
जांच में यह भी पता चला है कि इस गैंग में और भी कई शातिर शामिल हैं। आरोपी विदेशी नागरिकों को फोन करके बताता था कि उनकी बैंकिंग प्रणाली को खतरा है और उनके सिस्टम में वायरस अटैक हो सकता है। यह सुनकर लोग डर जाते थे। इसके बाद उन्हें फिशिंग लिंक और नकली वेबसाइट का लिंक भेजा जाता था, जिस पर क्लिक करते ही उनका साइबर फ्रॉड हो जाता था।
आपत्तिजनक सामग्री की बरामदगी
आपत्तिजनक दस्तावेज मिले
जांच के दौरान सीबीआई को आरोपी का लैपटॉप, मोबाइल, आपत्तिजनक दस्तावेज और हाई ड्राइव मिली है। यह भी पता चला है कि इस अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी में निशांत के अलावा कई अन्य लोग भी शामिल हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। इस मामले में जल्द ही और कार्रवाई की संभावना है।
ठगी का आंकड़ा करोड़ों में
करोड़ों में है आंकड़ा
सूत्रों के अनुसार, आरोपी द्वारा की गई ठगी का आंकड़ा करोड़ों में है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी नहीं हुई है। सीबीआई इस मामले में जल्द ही बड़ा खुलासा कर सकती है।