Donald Trump का नया टैरिफ प्लान: क्या भारत पर भी पड़ेगा असर?
ट्रंप का टैरिफ डील पर बड़ा ऐलान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में टैरिफ डील के संबंध में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसने वैश्विक व्यापार में हलचल मचा दी है। ट्रंप ने बताया कि अमेरिका शुक्रवार से सभी व्यापारिक साझेदार देशों को पत्र भेजना शुरू करेगा, जिसमें यह स्पष्ट किया जाएगा कि उन्हें अमेरिकी बाजार में व्यापार करने के लिए कितने टैरिफ का भुगतान करना होगा।
सरल व्यापार मॉडल की ओर झुकाव
ट्रंप ने कहा कि उनका ध्यान 'सरल व्यापार मॉडल' पर है, जिसमें हर देश को एक निश्चित टैरिफ दर के आधार पर अमेरिकी बाजार में प्रवेश मिलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि 170 से अधिक देशों के साथ अलग-अलग व्यापार समझौतों के बजाय, सीधा टैरिफ निर्धारित करना अधिक प्रभावी है।
'अब हर देश को बताएंगे, कितना देना है टैक्स'
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "मेरा इरादा एक पत्र भेजने का है, जिसमें बताया जाएगा कि देशों को क्या टैरिफ चुकाना होगा। हमारे पास 170 से अधिक देश हैं, और आप कितने सौदे कर सकते हैं?" उन्होंने सरल सौदों की आवश्यकता पर जोर दिया, जिसमें टैरिफ की दरें स्पष्ट हों।
कौन से देशों पर कितना टैक्स?
हाल ही में अमेरिका ने कई एशियाई देशों पर भारी टैरिफ लगाए हैं, जैसे कि:
- थाईलैंड पर 36%
- इंडोनेशिया पर 32%
- जापान पर 24% (बातचीत में गतिरोध के बाद)
- दक्षिण कोरिया पर 25%
- मलेशिया पर 24%
- यूरोपीय संघ पर 20%
- ताइवान पर 32% — जो विश्व का प्रमुख सेमीकंडक्टर निर्माता है।
भारत के लिए संभावित प्रभाव
यदि भारत और अमेरिका के बीच जल्द कोई व्यापार समझौता नहीं होता, तो भारत भी इन उच्च टैरिफ दरों के दायरे में आ सकता है। वर्तमान में, भारत के प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका में टैरिफ छूट और अन्य शर्तों पर बातचीत पूरी कर ली है, लेकिन अंतिम सहमति अभी भी लंबित है।