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DRDO प्रमुख ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर की चर्चा

DRDO Chief Samir V. Kamat recently spoke at the DIAT graduation ceremony, highlighting the success of Operation Sindoor. He emphasized the role of advanced technologies and the bravery of soldiers in this mission. Kamat also urged students to contribute to India's goal of becoming a developed nation by 2047, stressing the importance of their expertise in fields like cybersecurity and AI for national security. This discussion sheds light on India's growing capabilities in defence and technology.
 

भारतीय रक्षा प्रणाली की उपलब्धियां

DRDO प्रमुख का बयान: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से वैश्विक स्तर पर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। हाल ही में रक्षा उन्नत प्रौद्योगिकी संस्थान (DIAT) के दीक्षांत समारोह में DRDO के अध्यक्ष समीर वी. कामत ने इस ऑपरेशन की सफलता पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि 'पश्चिमी सीमाओं पर बहुआयामी मिशन ने न केवल सैनिकों की बहादुरी को उजागर किया है, बल्कि तकनीकी समर्थन को भी दर्शाया है।'


DRDO की तकनीकी उपलब्धियां

कामत ने आगे कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर की सफलता में हवा में मार करने वाली मिसाइलें, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलें, डी4 ड्रोन प्रणाली, और उन्नत सी4आई प्रणाली का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।' उन्होंने यह भी बताया कि DIAT जैसे संस्थान इन उपलब्धियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।


2047 तक विकसित राष्ट्र का लक्ष्य

समीर वी. कामत ने इस मिशन को एक सैन्य अभियान से अधिक बताया और आत्मनिर्भरता तथा स्वदेशी नवाचार के माध्यम से भारत की मजबूती पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों से कहा कि 'भारत का लक्ष्य 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाना है।'


छात्रों के लिए संदेश

DRDO के अध्यक्ष ने ग्रेजुएट्स को बताया कि वे सामान्य नहीं हैं, बल्कि साइबर सुरक्षा, मिसाइल प्रणाली, और AI जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों के विशेषज्ञ हैं। उन्होंने कहा कि इन स्किल्स का देश की सुरक्षा पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। तेजी से बदलते जियोपॉलिटिकल माहौल में, उनकी विशेषज्ञता अत्यंत महत्वपूर्ण होगी।