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GST में बड़े बदलाव: दिवाली से पहले उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर GST में बड़े सुधारों की घोषणा की है, जिससे उपभोक्ताओं को दिवाली से पहले राहत मिलेगी। नई व्यवस्था में जीएसटी की दरें घटाई जाएंगी, जिससे अधिकांश वस्तुओं पर कर का बोझ कम होगा। सिगरेट और तंबाकू उत्पादों पर नया टैक्स लगाने की योजना भी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल की बैठक में इन बदलावों को अंतिम रूप दिया जाएगा। जानें इस महत्वपूर्ण बदलाव के बारे में और अधिक जानकारी।
 

GST में सुधार की घोषणा

GST में सुधार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में बताया कि दिवाली से पहले वस्तु एवं सेवा कर (GST) में महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे। यह कदम उपभोक्ताओं के लिए राहत का संकेत माना जा रहा है, क्योंकि नई व्यवस्था में अधिकांश वस्तुओं पर कर का बोझ कम होगा। मोदी ने कहा कि यह सुधार जनता के लिए 'डबल दिवाली' का अनुभव कराएगा।


जीएसटी की नई संरचना

वर्तमान में जीएसटी की चार दरें 5%, 12%, 18% और 28% हैं। लेकिन नई व्यवस्था में केवल दो दरें 5% और 18% रहेंगी। खास बात यह है कि जिन वस्तुओं पर अभी 12% जीएसटी लगता है, वे अधिकांशतः 5% श्रेणी में आ जाएंगी। वहीं, 28% वाले लगभग 90% सामान और सेवाएं अब 18% में शामिल होंगी।


सिगरेट और तंबाकू पर नया टैक्स

सिगरेट, पान मसाला और तंबाकू पर नया टैक्स: वर्तमान में लग्जरी और सिन गुड्स जैसे सिगरेट, पान मसाला, सिगार और अन्य तंबाकू उत्पादों पर 28% जीएसटी के साथ-साथ मुआवजा उपकर और केंद्रीय उत्पाद शुल्क भी लगाया जाता है। लेकिन अब केंद्र सरकार ने इन उत्पादों पर अलग से टैक्स लगाने का प्रस्ताव रखा है।


नई व्यवस्था के तहत, तंबाकू और सिगरेट जैसे 7 उत्पादों पर 40% जीएसटी लगाने की योजना है। इस बदलाव के साथ ही मुआवजा उपकर को हटाने का निर्णय लिया गया है, जिसका सीधा असर इन उत्पादों की कीमतों और टैक्स वसूली पर पड़ेगा।


जीएसटी काउंसिल की बैठक

वित्त मंत्री की अगुवाई में जीएसटी काउंसिल करेगी समीक्षा: जीएसटी काउंसिल की बैठक सितंबर में होगी, जिसकी अध्यक्षता वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी। इसी बैठक में इन बदलावों को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है।


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "इस दिवाली, मैं आपके लिए डबल दिवाली लेकर आ रहा हूं। नागरिकों को बड़ा तोहफ़ा मिलने वाला है। हम नेक्स्ट-जनरेशन जीएसटी सुधार ला रहे हैं। इससे पूरे देश में टैक्स का बोझ कम होगा। यह दिवाली से पहले आपके लिए एक तोहफ़ा है।"


जीएसटी से सरकार की आमदनी

जीएसटी से सरकार को होने वाली आमदनी: जुलाई 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद से सबसे अधिक टैक्स वसूली 18% वाले स्लैब से हुई है। आंकड़ों के अनुसार, जीएसटी राजस्व का लगभग 65% हिस्सा इसी स्लैब से आता है। 28% वाले स्लैब से 11%, 12% वाले स्लैब से 5% और 5% वाले स्लैब से लगभग 7% की हिस्सेदारी मिलती है।