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Hyderabad में 10 साल की बच्ची की हत्या: नाबालिग आरोपी की चौंकाने वाली कहानी

Hyderabad में 10 साल की सहस्रा की हत्या के मामले में एक नाबालिग लड़के को गिरफ्तार किया गया है। यह घटना 18 अगस्त को हुई थी, जब आरोपी ने चोरी के दौरान सहस्रा को देख लिया और उसे मार डाला। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने पहले से योजना बनाई थी और सीसीटीवी से बचने के लिए विशेष तरीके अपनाए थे। इस मामले में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जैसे कि आरोपी का ओटीटी प्लेटफॉर्म से प्रभावित होना। पूरी कहानी जानने के लिए पढ़ें।
 

Hyderabad में हत्या का मामला

Hyderabad Crime News: कुकटपल्ली पुलिस ने 10 वर्षीय सहस्रा की हत्या के मामले का पर्दाफाश कर दिया है। जांच में यह पता चला कि यह घटना 18 अगस्त को हुई थी और इसमें एक नाबालिग लड़का शामिल है, जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार, यह 10वीं कक्षा का छात्र हत्या के बाद भी बिना किसी डर के पड़ोस में रह रहा था। मामले से जुड़े महत्वपूर्ण सबूत उसके घर से बरामद किए गए हैं।


आरोपी का योजना बनाना

लड़के ने कैसे दिया वारदात को अंजाम?

पुलिस ने बताया कि आरोपी ने वारदात से पहले एक विस्तृत योजना बनाई थी। उसने कागज पर लिखा था कि चोरी कैसे करनी है और यदि कोई बाधा आए तो उसे कैसे निपटना है। उसने अपने पास चाकू रखा, जिसका इस्तेमाल बाद में हत्या में किया गया।


सीसीटीवी से बचने की कोशिश

सीसीटीवी से बचने की तैयारी

आरोपी ने सीसीटीवी की नजर से बचने के लिए एक बिल्डिंग से दूसरी बिल्डिंग में कूदने का रास्ता चुना। उसे पहले से पता था कि पूजा स्थान पर पैसे रखे जाते हैं, और वहीं से उसने लगभग 80 हजार रुपये चुराए।


चोरी के दौरान सहस्रा का सामना

चोरी के दौरान सहस्रा ने पकड़ा, फिर प्लान

लड़का यह सोचकर घर में घुसा था कि वह खाली है। लेकिन सहस्रा बाथरूम से बाहर आई और उसे चोरी करते हुए देख लिया। उसने धमकी दी कि वह अपने पिता को बता देगी। इसके बाद आरोपी ने अपने प्लान B को अंजाम दिया, पहले उसका गला घोंटा और फिर चाकू से 18 बार वार किए।


हत्या के बाद की घटनाएँ

हत्या के बाद आरोपी उसी रास्ते से अपने घर लौटा और खून से सने कपड़े और चाकू छिपा दिए। पुलिस ने उसकी मां की मौजूदगी में घर की तलाशी लेकर ये सामान बरामद कर लिया। मृतका के पिता एक मैकेनिक हैं और मां नर्सिंग होम में काम करती हैं।


घटना का खुलासा कैसे हुआ?

कैसे खुला राज?

घटना के दिन सहस्रा की स्कूल में छुट्टी थी और वह घर पर अकेली थी। उसका छोटा भाई स्कूल के पास था और उसने कहा था कि वह लंच पहुंचाएगी। लेकिन जब काफी समय हो गया और भाई का लंच नहीं पहुंचा, तो स्कूल से फोन आया। इसके बाद पिता लंच बॉक्स देने के लिए घर पहुंचे और बेटी को बिस्तर पर मृत पाया।


OTT प्लेटफॉर्म का प्रभाव

OTT क्राइम कंटेंट का असर

पुलिस के अनुसार, आरोपी की मां एक छोटी किराने की दुकान चलाती हैं और पिता शराब की लत के कारण परिवार पर ध्यान नहीं देते। लड़का स्कूल तो जाता था, लेकिन भटका हुआ था। वह ओटीटी प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया पर क्राइम कंटेंट देखता था और चोरी/हत्या का आइडिया वहीं से लिया। अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए उसने चोरी को सही रास्ता मान लिया।